वीडियो : महिला को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस वाहन चालक पर भी आरोप ..


महिला का कहना है कि जिन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया उसमें पुलिस थाने की गाड़ी का चालक भी शामिल है महिला के मुताबिक उसने उसका वीडियो बना लिया था जिसमें स्कॉर्पियो का नंबर भी था जिसे दिखाने पर जीआरपी के जवानों ने बताया कि यह तो थानाध्यक्ष के वाहन का चालक है. 



- 25 सितंबर को रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने पर हुई थी घटना
- महिला के साथ पूर्व में भी हो चुका है सामूहिक दुष्कर्म

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म मामले में महिला का बयान सामने आने के पश्चात पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. दरअसल, महिला ने यह बयान दिया है कि उसके साथ जिन तीन लोगों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है उसमें पुलिस थाने की गाड़ी का चालक भी शामिल है. बकौल पीड़िता, यह बात जीआरपी के पुलिसकर्मियों ने स्वीकार की है. पीड़िता का कहना है कि पुलिस मामले की लीपापोती करने के प्रयास में है. अब उसे जीआरपी तथा महिला पुलिस के द्वारा यह कहा जा रहा है महिला को अल्पावास गृह में रखा जाएगा, जहां उसके भोजन आदि का इंतजाम हो जाएगा कुल मिलाकर महिला का यह आरोप है कि इस मामले में चुप रहने के लिए उसे रोटी का लालच दिया जा रहा है. हालांकि एसपी नीरज कुमार सिंह मामले को लेकर बेहद गंभीर है उन्होंने कहा कि जैसे ही इस मामले की जानकारी मिली नगर थाने तथा महिला थाने की पुलिस को महिला का बयान दर्ज करने के लिए भेजा गया है. उन्होंने यह भी बताया किसी महिला के साथ वर्ष 2019 में भी एक बार सामूहिक दुष्कर्म हुआ था जिसमें आरोपी फिलहाल जेल में हैं.


दरअसल ससुराल और मायके दोनों जगह से निकाल दी गई है. महिला ने बताया है कि वह रेलवे स्टेशन पर गुजारा कर रही थी इसी बीच 25 सितम्बर की रात जब वह रेलवे स्टेशन के बाहर समोसा खरीदने के लिए गई तभी तीन की संख्या में मौजूद लोगों ने उसे स्कॉर्पियो में बैठाया और लेकर किसी धान के खेत में चले गए, जहां उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और फिर उसे लाकर एक जगह पर छोड़ दिया. यहां से वह लोगों की सहायता से किसी तरह अस्पताल पहुंची. महिला का कहना है कि जिन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया उसमें पुलिस थाने की गाड़ी का चालक भी शामिल है महिला के मुताबिक उसने उसका वीडियो बना लिया था जिसमें स्कॉर्पियो का नंबर भी था जिसे दिखाने पर जीआरपी के जवानों ने बताया कि यह तो थानाध्यक्ष के वाहन का चालक है. 

मामले में सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ का कहना है कि महिला जैसे ही सदर अस्पताल में इलाज के लिए आई और उसने अपने साथ हुई आपबीती बताई तो तुरंत ही महिला हेल्पलाइन और पुलिसकर्मियों को सूचना दी गई. उधर पीड़िता से मिलने पहुंची महिला हेल्पलाइन के सदस्यों से जब बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें यह निर्देश है कि वह मामले में कुछ भी बयान ना दें. 

बहरहाल, महिला का इलाज जारी है. सिविल सर्जन का कहना है कि उसकी हालत खतरे से बाहर है लेकिन, महिला बार-बार यह सवाल कर रही है कि क्या उसे अल्पावास गृह में रख देने भर से उसे न्याय मिल जाएगा? क्या उसके दुष्कर्मियों को सजा नहीं मिलेगी?

वीडियो : 












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