वीडियो : शिक्षक दिवस के मौके पर धरने पर बैठे सेवानिवृत्त गुरुजन ..

भोजपुर,  कैमूर इत्यादि जिलों में सूची प्रकाशन के बाद अग्रेतर कार्रवाई जारी है. धरना स्थल पर उपस्थित शिक्षकों ने कार्यालय में कार्य की शिथिलता एवं पदाधिकारियों के तानाशाही रवैया पर क्षोभ प्रकट किया. 





- वित्तीय उन्नयन का लाभ नहीं मिलने पर जताया रोष
- जिला शिक्षा पदाधिकारी के दुर्व्यवहार से भी आहत दिखे सेवानिवृत्त शिक्षक

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : एक तरफ जहां पूरे देश में शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों के सम्मान की बातें हो रही थी वहीं दूसरी तरफ बक्सर जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के बाहर सेवानिवृत्त शिक्षक धरने पर बैठे हुए थे. सेवानिवृत्त शिक्षकों का कहना है कि एम ए सी पी योजना के अंतर्गत शिक्षकों को 10 वर्ष 20 वर्ष एवं 30 वर्ष की सेवा पूरी होने पर वित्तीय उन्नयन का लाभ दिए जाने संबंधी शिक्षा विभाग बिहार सरकार के आदेश के आलोक में बक्सर जिला द्वारा प्रारंभिक शिक्षकों की तैयार की गई औपबंधिक सूची के प्रकाशन में वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा टालमटोल किया जा रहा है. इतना ही नहीं इस संदर्भ में जब शिक्षक उनसे बात करने के लिए जा रहे हैं तो वह दुर्व्यवहार पर उतारू हो जा रहे हैं. ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस रवैये के विरोध में एक दिवसीय धरना का आयोजन भी किया गया. 

सेवानिवृत्त शिक्षकों ने बताया कि इस बाबत जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त से भी मिलकर आवेदन दिया गया है, जिस पर उक्त पदाधिकारियों ने संज्ञान भी लिया है. साथ ही जिला लोक शिकायत कार्यालय में एमएसीपी योजना अंतर्गत वित्तीय उन्नयन का लाभ देने संबंधी मामला दायर किया गया है. 




धरना स्थल पर संचालित सभा की अध्यक्षता जिला प्रारंभिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष, आलमगीर अंसारी एवं उप सचिव तारकेश्वर पांडेय ने किया. उपस्थित शिक्षकों ने अपने - अपने विचार रखे. उपसचिव तारकेश्वर पांडेय ने कहा कि मिलने गए शिक्षकों के शिष्टमंडल से जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अनुचित व्यवहार करते हुए औपबंधिक सूची के प्रकाशन से अस्पष्ट तौर पर इंकार कर दिया. जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस तानाशाही रवैया को हम सभी शिक्षक कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. इन शिक्षकों का कहना है कि औपबंधिक सूची के प्रकाशन हेतु जिला स्थापना समिति की पूर्व में एक बैठक भी हो चुकी है. फिर भी औपबंधिक सूची का प्रकाशन करने में कार्यालय टालमटोल रवैया अपना रहा है. 

शिक्षकों का कहना है कि विगत छह माह से औपबंधिक सूची तैयार की गई है. लेकिन इसके प्रकाशन के लिए कार्यालय द्वारा टालमटोल की नीति अपनाई जा रही है जबकि, इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदय को अवगत कराते हुए कई बार आवेदन भी दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अध्यक्ष आलमगीर अंसारी ने बताया कि बिहार के कई जिलों में प्रारंभिक शिक्षकों को एमएससीपी के तहत वित्तीय उन्नयन का लाभ दिया जा चुका है और अन्य कई जिलों में औपबंधिक सूची के प्रकाशन के साथ ही अग्रेतर कार्रवाई जारी है. पास के जिलों यथा भोजपुर,  कैमूर इत्यादि जिलों में सूची प्रकाशन के बाद अग्रेतर कार्रवाई जारी है. धरना स्थल पर उपस्थित शिक्षकों ने कार्यालय में कार्य की शिथिलता एवं पदाधिकारियों के तानाशाही रवैया पर क्षोभ प्रकट किया. 

धरना स्थल पर उपस्थित शिक्षकों में मुख्य रूप से नंदलाल, चंद्रदेव सिंह, धर्मशिला कुमारी, इंदु कुमारी, जहीरूद्दीन, मो॰ शफीक, असगर अंसारी, सत्यदेव मिश्र, रमेश कुमार उपाध्याय, बद्री सिंह, श्याम बिहारी सिंह, छठ्ठू सिंह यादव, गोपाल जी यादव, रितु रंजन सिंहा इत्यादि अनेक शिक्षक उपस्थित थे.

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