वीडियो : मंझरिया हत्याकांड : अंधेरे में छिपे अपराधियों ने स्वजनों को मारी गोली, देखने गए मुखिया प्रतिनिधि को घेर कर बरसाई गोलियां ..

अचानक हुई इस घटना से हर कोई स्तब्ध है वहीं, मृतक के परिजनों के करुण-क्रंदन से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इसके पूर्व पूर्व मुखिया के जानने वाले उनके पैतृक आवास पर रात से ही पहुंचने लगे थे. सभी मृतक के परिजनों का ढांढस बढ़ा रहे हैं. 



- घर समीप की ही की गई हत्या, रास्ते में अंधेरे में छिपे अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
- पुलिस छावनी में तब्दील हो गया मंझरिया गांव, परिजनों के करुण क्रंदन से गमगीन हुआ माहौल

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : खुंटहा पंचायत के पूर्व मुखिया तथा वर्तमान मुखिया खुशबू देवी के पति और प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार सिंह, पिता - वीरेश सिंह (38 वर्ष) को गोली मारने के मामले में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराते हुए परिजनों के हवाले कर दिया वहीं, घटना के बाद से सिमरी, औद्योगिक तथा नगर थाने की पुलिस मंझरिया गांव में कैंप किए हुए हैं. एसडीपीओ गोरख राम भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी प्राप्त की. उन्होंने बताया कि घटना का कारण आपसी रंजिश का प्रतीत हो रहा है हालांकि, अब तक मृतक के परिजनों के द्वारा आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. 


घटना के संदर्भ में अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक बुधवार की रात्रि तकरीबन 10:00 बजे धर्मेंद्र सिंह मंझरिया गांव स्थित अपने पैतृक निवास से कुछ ही दूरी पर बनाए गए दुर्गा पूजा पंडाल में प्रसाद का वितरण कर रहे थे. वहां से उनके घर आने वाले रास्ते में बांसवाड़ के अंदर छिप कर बैठे अज्ञात अपराध कर्मियों ने उनके चचेरे भाई सरोज सिंह (48 वर्ष) को गोली मार दी. गोली की आवाज सुनकर उनके भतीजे भाई अजीत सिंह(23) भी दौड़े तब अपराधियों ने उन्हें भी पैर में गोली मार दी. दोनों को छर्रे लगे हैं. लगातार चल रही गोलियों की आवाज सुनकर मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे जहां अपराधियों ने उन्हें चारों ओर से घेरकर गोलियां बरसा दी. बताया जा रहा है कि उनके शरीर में दो बुलेट तथा 50 से ज्यादा छर्रे लगे हुए हैं.


परिजनों के करुण-क्रंदन से नम हुई हर किसी की आंखें :

पूर्व मुखिया तथा वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार सिंह की छवि गांव में बहुत अच्छी थी. ग्रामीणों के बीच उनके बेहतर व्यवहार की सदैव चर्चा होती थी, जिसके कारण वित्तीय अनियमितता के मामले में फंसे होने के बावजूद पंचायत की जनता ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया और उनकी पत्नी को चुनाव में जीत दिलाते हुए पंचायत की कमान सौंप दी. अचानक हुई इस घटना से हर कोई स्तब्ध है वहीं, मृतक के परिजनों के करुण क्रंदन से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इसके पूर्व पूर्व मुखिया के जानने वाले उनके पैतृक आवास पर रात से ही पहुंचने लगे थे. सभी मृतक के परिजनों का ढांढस बढ़ा रहे हैं. उधर दोनों घायलों का इलाज औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है, जहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

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