निकाय चुनाव स्थगित होने पर जदयू ने फूंका पीएम का पुतला ..

जैसे ही बीजेपी सत्ता से  हटी और महागठबंधन की सरकार बनी.अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप कर, बिहार में निकाय चुनाव को रुकवाने का षड्यंत्र किया. लेकिन भाजपा के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया जाएगा और इस की लड़ाई सड़क से लेकर सड़क से संसद और न्यायालय तक चलेगी. 




- कहा, भाजपा के षड्यंत्र के कारण स्थगित हुआ चुनाव
- बोले कार्यकर्ता, जब तक सत्ता में नीतीश कुमार तब तक नहीं खत्म होगा आरक्षण

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : निकाय चुनाव स्थगित होने के बाद भाजपा और जदयू दोनों एक दूसरे पर इसका ठीकरा फोड़ने पर आमदा है. जनता दल यू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में निकाय चुनाव में आरक्षण के खिलाफ स्थानीय मॉडल थाने के समीप प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया. 



मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि, बिहार के निकाय चुनाव में, भाजपा के साजिश के तहत निकाय चुनाव को बंद कराया है. यह देश हित में नहीं है. 2006 एवं 2007 के बाद बिहार में बने उस कानून जिस की सहमति हाई कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट ने दी थी. उसी आधार पर ही आज तक चुनाव होते आया है. जब तक भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, तब तक  किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगा. जैसे ही बीजेपी सत्ता से  हटी और महागठबंधन की सरकार बनी.अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप कर, बिहार में निकाय चुनाव को रुकवाने का षड्यंत्र किया. लेकिन भाजपा के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया जाएगा और इस की लड़ाई सड़क से लेकर सड़क से संसद और न्यायालय तक चलेगी. उन्होंने कहा कि हम जनता को आश्वस्त करना चाहेंगे कि जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहेंगे तब तक निकाय और पंचायती चुनाव में आरक्षण समाप्त नहीं होने दिया जाएगा. में नीतीश कुमार रहेंगे, तब तक निकाय चुनाव में एवं पंचायती चुनाव में आरक्षण समाप्त होने नहीं दिया जाएगा.

उपाध्यक्ष मोहन चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, आरक्षण पर उंगली उठाना बंद करें, नहीं तो बिहार की जनता आने वाले समय में धूल चटा देगी. व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष पंकज मानसिंहका ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही आरक्षण विरोधी का काम करती रही है. अबकी बार जनता जग चुकी है. अति पिछड़ा और पिछड़ा वर्ग की हकमारी हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रहते नहीं होगी. 

पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से दीनानाथ ठाकुर, अरुण कुशवाहा, ध्रुव वर्मा, नरेंद्र प्रजापति, संजय चौधरी, अमरेंद्र केवट, राजेश कुशवाहा, भरत चौधरी भोला यादव, विनोद ठाकुर, राधेश्याम वर्मा, शिव जी चौधरी, राधेश्याम यादव, सुरेश  कुशवाहा, सनी रजक, मंटू अंसारी, शिव प्रसाद कुशवाहा, राजकुमार राजभर, भोलाराम, श्याम जी वर्मा, ब्रजेश यादव, प्रदीप राम, भरत चौधरी, वीरेंद्र यादव समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद थे.








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