वर्षों से हुए जलजमाव तथा बजबजाती नालियां डेंगू और मलेरियां जैसे बीमारियों को खुलेआम न्योता देते नजर आ रही है. नगर परिषद के दावे की सच्चाई तो सड़कों के किनारे पसरे कूड़े तथा ओवर फ्लो करती नालियां बयां कर रही हैं.
इलाज की पर्ची दिखाते सामाजिक मंच के संयोजक प्रदीप शरण |
- डुमरांव नगर परिषद सेवानिवृत्त कर्मी का पुत्र है मृतक
- प्लेटलेट्स कम होने के बाद वाराणसी में कराया गया था भर्ती
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला स्वास्थ्य समिति जहां लगातार यह दावे कर रही है कि जिले में डेंगू के हालात भयावह नहीं है और यहां स्थिति नियंत्रण में है. वहीं दूसरी तरफ एक-एक कर कई मौतें होने के बाद इस दावे की सच्चाई पर संदेह होने लग रहा है. बक्सर नगर के रामबाग निवासी महिला, राजपुर निवासी युवक की मौत के पश्चात इसी तरह के एक मामले में डुमरांव नगर परिषद के सेवा निवृत्त कर्मी बिहारी यादव के पुत्र अजय कुमार की मौत उसी तरह के लक्षणों के साथ हुई जैसे कि डेंगू के होते हैं. उसे तीन चार दिनों से बुखार आ रहा था तथा प्लैटलेट्स भी तीस हजार के नीचे आ गया था. अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के केक्रम में उसकी स्थिति बिगड़ने पर उसे वाराणसी ले जाया गया था. लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई.
मृतक के परिजनों का कहना है कि उसे डेंगू हुआ था. युवक की मौत के बाद सामाजिक मंच के संयोजक प्रदीप शरण ने नगर परिषद के विरुद्ध जमकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है और नगर परिषद इस पर काबू पाने में पूरी तरह विफल है. एक तरफ नगर परिषद द्वारा मच्छर व लार्वा रोधी दवा के छिड़काव का दावा किया जा रहा है तो दूसरी तरफ शहर के एक बड़े हिस्से में वर्षों से हुए जलजमाव तथा बजबजाती नालियां डेंगू और मलेरियां जैसे बीमारियों को खुलेआम न्योता देते नजर आ रही है. नगर परिषद के दावे की सच्चाई तो सड़कों के किनारे पसरे कूड़े तथा ओवर फ्लो करती नालियां बयां कर रही हैं.
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