कहा कि यह भूमि श्री राम की प्रथम कर्मभूमि है. जहां उन्होंने ताड़का और सुबाहु जैसे राक्षसों का विध्वंस कर धर्म का विजय पताका फहराया और ऋषि-मुनियों को धर्म कर्म करने हेतु विघ्नों को समाप्त किया.
- आचार्य ने कहा, अधिक से अधिक सुने राम कथा, मिल सकती है मुक्ति
- श्री राम ज्योति छवि प्रकार देव दीपावली पर हुआ आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : माता अहिल्या धाम, अहिरौली की पावन धरा पर श्री राम कर्मभूमि न्यास द्वारा 7 से 15 नवंबर तक आयोजित वाली सनातन संस्कृति समागम का शुभारंभ पद्मविभूषण जगत गुरु रामानंदचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी के द्वारा नव दिवसीय श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ द्वारा किया गया. इस दौरान श्रीराम ज्योति छवि प्राकट्य देव दीपावली पर 11.30 लाख रंग-बिरंगे दीपों द्वारा श्री राम कर्म भूमि प्रसंग का विश्व कृतिमान बनाया गया.
जगत गुरु रामानंद स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी के श्री मुख से अधिक से अधिक लोगो को श्री रामकथा रूपी पावन गंगा में स्नान करके जन्म सफल करने का अवसर मिला. मौके पर आचार्य ने कहा कि यहां से भगवान श्री राम पराक्रमी राम के रूप में विख्यात हुए. उन्होंने कहा की श्री राम का नाम लेने से प्राणियों का उद्धार हो जाता है. ऐसा धर्म शास्त्रों में बताया गया है. आप सभी को राम कथा श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है.
इस दौरान समागम में भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री सह संरक्षक श्री राम कर्मभूमि न्यास अश्विनी कुमार चौबे ने आए हुए जगत गुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य महाराज को अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत एवम् अभिनंदन किया. उक्त अवसर पर कृष्णानंद शास्त्री पौराणिक, छविनाथ त्रिपाठी परशुराम चतुर्वेदी, समागम के संयोजक राजेश कुमार सिंह उर्फ राघोजी, कृष्णकांत ओझा, अरुण मिश्रा, प्रदीप राय, धनंजय चौबे, अर्जित शाश्वत, अविरल शाश्वत, हिरामन पासवान, निर्भय राय, राजेंद्र सिंह, रामकुमार सिंह, राजवंश सिंह, पुनीत सिंह, दुर्गेश सिंह, कतवारु सिंह, अनुराग श्रीवास्तव, सौरभ तिवारी, दीपक सिंह, अभिनंदन सिंह, शीला त्रिवेदी, पूनम रविदास, इंदु देवी, नितिन मुकेश अभिषेक पाठक, संजय शाह, विनय उपाध्याय, चंदन पाण्डेय, विकाश कायस्थ, अक्षय ओझा,किसतीश त्रिपाठी राहुल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मैजूद रहे
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