उन्होंने पहले अनाप-शनाप बयानबाजी की और अब दूसरे दलों के साथ मिलकर नए समीकरण बनाने के सपने देखने लगे हैं. राजनीतिक पंडितों की माने तो अगले एक माह के भीतर ही बिहार में बड़ा राजनीतिक उलटफेर होने वाला है.
- सुधाकर सिंह के विद्रोह के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा ने कहा - अपना हिस्सा लेकर जाऊंगा
- जदयू जिलाध्यक्ष ने कहा - नितीश कुमार ने कभी कुछ भी छिपाकर नहीं किया
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : महागठबंधन के नेताओं की बयानबाजी के बाद अब जदयू नेता भी कुछ इस तरह के संकेत दे रहे हैं, जिससे कि ऐसा लग रहा है कि महागठबंधन में जल्द ही टूट होगी. उपेंद्र कुशवाहा के द्वारा "जो जितना बड़ा जदयू नेता वह बीजेपी के उतना करीब" वाले बयान के बाद अब बात "अपना हिस्सा लेकर जाऊंगा" तक पहुंच गई है. इस बयानों के बीच असहज मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी बहुत कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कह पा रहे. ऐसे में पुनः बीजेपी के साथ जाने संभावनाओं को लेकर बक्सर के जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने इससे फिलहाल इनकार किया. हालांकि साफ-साफ वह भी कुछ नहीं कह सके. वैसे उन्होंने यह कह दिया कि नीतीश कुमार जो भी करते हैं खुलकर करते हैं.
यह पूछे जाने पर कि उपेंद्र कुशवाहा बार-बार यह कह रहे हैं कि जो जेडीयू का जितना बड़ा नेता वह बीजेपी के उतना संपर्क में है. इस बात का वह क्या अर्थ निकालते हैं? इस पर जदयू जिलाध्यक्ष ने चुटकी लेते हुए कहा उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर बोलने के वह अधिकारी नहीं है. हालांकि उनके बयान में कोई दम नहीं है. उनके नेता नितीश कुमार ने कभी भी कुछ छिपाकर नहीं किया, लेकिन फिलहाल गठबंधन में टूट की कोई स्थिति दिखाई नहीं दे रही. वहां सब कुछ ठीक है.
उधर, चर्चाओं की माने तो जब से नीतीश कुमार ने 2025 के मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी प्रसाद यादव के नाम की घोषणा की है, तब से राजद और जदयू दोनों दलों के कई महत्वकांक्षी उम्मीदवारों के बीच खलबली मच गई है. ऐसे में उन्होंने पहले अनाप-शनाप बयानबाजी की और अब दूसरे दलों के साथ मिलकर नए समीकरण बनाने के सपने देखने लगे हैं. राजनीतिक पंडितों की माने तो अगले एक माह के भीतर ही बिहार में बड़ा राजनीतिक उलटफेर होने वाला है. बहरहाल, महागठबंधन के नेता भले ही यह कहते रहे कि वहां सब कुछ ठीक है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.
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