शैक्षणिक अराजकता एवं बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विद्यार्थी परिषद ने खोला मोर्चा ..

कहा कि बिहार सरकार अपने शैक्षणिक संस्थानों की उपलब्धि के लिए नहीं बल्कि पेपर लीक होने के वजह से पूरे देश में जाना जाने लगा है. जब बिहार सरकार के शासनकाल में बिहार लोक सेवा आयोग जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा का पेपर ही लीक हो जाता है तो फिर अन्य परीक्षायों की बात की क्या करनी है?

 




- प्रेस वार्ता कर सरकार की नाकामियों को गिनाया
- कहा - प्रवेश, परीक्षा और परिणाम तीनों सुधारना जरूरी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बक्सर के द्वारा 23 जनवरी पराक्रम दिवस के अवसर पर शैक्षणिक अराजकता एवं बढ़ती बेरोजगारी को लेकर आयोजित होने वाले छात्र सम्मेलन की तैयारियों को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रवि रंजन पासवान  ने कहा कि बिहार के छात्र आज राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण वो बिहार जो कभी नालन्दा विश्वविद्यालय और विक्रमशिला विश्वविद्यालय की धरती था जहाँ पर कभी विदेशों से छात्र अपने पठन-पाठन के लिए आया करते थे वह दुर्दशा की शिकार है. उन्होंने कहा कि यहां ह्वेनसांग और फाहियान जैसे लोगों ने आकर अपनी शिक्षा पूरी की. जब दुनिया की कई सभ्यता अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही थी तभी बिहार के लोग विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे. विश्वविद्यालयो की जननी बिहार जो कभी लोकतंत्र की भी जननी हुआ करती थी. उस धरती को  बिहार सरकार ने अपनी गलत नीतियों के कारण आज शैक्षणिक अराजकता का गढ़ बना दिया.

जिला संयोजक अमित केशरी ने कहा कि बिहार सरकार अपने शैक्षणिक संस्थानों की उपलब्धि के लिए नहीं बल्कि पेपर लीक होने के वजह से पूरे देश में जाना जाने लगा है. जब बिहार सरकार के शासनकाल में बिहार लोक सेवा आयोग जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा का पेपर ही लीक हो जाता है तो फिर अन्य परीक्षायों की बात की क्या करनी है? हैरानी तो तब है कि पेपरलीक कांड के सरगना खुले आम घूम कर सुशासन की सरकार को ठेंगा दिखा रहे है और बिहार सरकार छोटे-छोटे प्यादों को पकड़ कर सिर्फ खानापूर्ति करके अपनी पीठ स्वयं ही थपथपा रही है.

महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय के उपाध्यक्ष अभिनंदन मिश्रा ने कहा कि आज के बिहार का युवा शैक्षणिक संस्थानों में गुणवतापूर्ण  शिक्षा की मांग करता है वो दौर अब बीत गया जब छात्र खिचड़ी, पोशाक और साइकिल योजना के लिए विद्यालय जाया करते थे आज का युवा छात्र बिहार सरकार से यह पूछता है की जब विद्यालय में शिक्षण कार्य ही नहीं होगा तो छात्र आपकी योजनाओं का लाभ लेकर क्या करेंगे? विद्यार्थी परिषद के द्वारा विशाल छात्र हुंकार रैली सरकार से यह मांग करेगा कि सरकार प्रवेश, शिक्षा, परीक्षा और परिणाम ठीक करें और छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करना बंद करे.

महाविद्यालय सहमंत्री अंकित पाण्डेय ने कहा कि 23 जनवरी 2023 को विद्यार्थी परिषद का छात्र हुंकार रैली के जरिये इस बहरी सरकार को यह बताना चाहता है कि मुख्यमंत्री जी आप समाधान यात्रा जैसी अपनी राजनैतिक नौटंकी का त्याग कर छात्रों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कीजिये जो छात्र विश्वविद्यालय में सत्र की अनियमितता और विश्विद्यालय शिक्षा के बाद बेरोजगारी की मार खाने को मजबूर है. सरकार छात्रों की समस्या का समाधान किये बिना अपनी सत्ता का कौन सा उपयोग कर रही है यह समझ के परे है.











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