वीडियो : स्वरोजगार का द्वार खोल रही नीली क्रांति, कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने का मौका ..

विभाग के द्वारा संपदा योजना के तहत नया तालाब बनाने के लिए 50 फीसद तक सब्सिडी दी जा रही है, इससे जहां प्राकृतिक संपदा का संवर्धन हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ  मत्स्य पालन के क्षेत्र में रोजगार शुरु कर लोग अपना आर्थिक विकास कर सकते हैं.




- मत्स्य पालन से अपनी तकदीर बदल सकते हैं लोग
- प्रशिक्षण से लेकर बाजार तक उपलब्ध करा रही सरकार
- 70 फीसद तक सब्सिडी देकर कम की जा रही लागत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : मत्स्य पालन के लिए सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है. नीली क्रांति के तहत मछली बीज से लेकर उसके उत्पादन तक की योजना सरकार ने बनाई है. इतना ही नहीं नगर तथा पंचायत स्तर पर मार्केट भी बनाया जा रहा है ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार और मत्स्य पालकों को उनके उत्पाद की अच्छी कीमत मिल सके. यह कहना है मत्स्य प्रसार पदाधिकारी प्रसून सिंह का. उन्होंने बताया कि मत्स्य पालन के लिए जो योजनाएं सरकार के स्तर पर बनाई गई हैं उनमें मछली बीज से लेकर दवाओं तक पर सब्सिडी है. मत्स्य पालन करके कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. खास बात यह है कि जो लोग नए हैं उन्हें सरकार के द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
 

मछली बीज पर 50 फीसद तो दवाओं पर 70 फीसद छूट, आधे दाम में मिल जाएगी ऑक्सीजन बनाने वाली मशीन :

पदाधिकारी ने बताया कि मछली बीज से लेकर दबाव तक के लिए भी सरकार के द्वारा जो योजनाएं बनाई गई हैं उनमें मत्स्य पालकों को 50 फीसद से लेकर 70 फीसद तक की छूट मिलती है. इतना ही नहीं ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए जिस एरेटर मशीन का प्रयोग किया जाता है उस मशीन की खरीद पर 50 फीसद छूट दी जाती है. 

संपदा योजना से प्राकृतिक संपदा के साथ-साथ आर्थिक लाभ कमाने का मौका :

अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी जल जीवन हरियाली योजना के तहत यहां पोखरों का जीर्णोद्धार किया जाना है वहीं, दूसरी तरफ मत्स्य विभाग के द्वारा संपदा योजना के तहत नया तालाब बनाने के लिए 50 फीसद तक सब्सिडी दी जा रही है, इससे जहां प्राकृतिक संपदा का संवर्धन हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ  मत्स्य पालन के क्षेत्र में रोजगार शुरु कर लोग अपना आर्थिक विकास कर सकते हैं.

मार्केटिंग भी सरकार के जिम्मे, उपलब्ध कराया जाएगा बाजार :

मत्स्य प्रसार पदाधिकारी का कहना है कि मत्स्य पालन के विकास से जुड़ी सारी योजनाएं बनाई गई हैं, उनमें मछली के उत्पादन के बाद उसे बेहतर बाजार उपलब्ध कराने की भी योजना है, जिसमें शहर तथा पंचायत स्तर पर भी मार्केट उपलब्ध कराया जाएगा. ऐसे में जो भी लोग इच्छुक हैं. वह जिला मुख्यालय के पांडेय पट्टी स्थित कार्यालय में पहुंचकर योजनाओं के बारे में जानकारी लेते हुए आवेदन कर सकते हैं.

वीडियो : 













Post a Comment

0 Comments