फरार कैदी ने किया न्यायालय में आत्मसमर्पण ..

पुलिस द्वारा उसके घर से लेकर परिजनों तक लगातार दबिश दी जा रही थी. ऐसे में उन्हें कोर्ट में आत्मसमर्पण करना पड़ा. नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि न्यायालय के आदेशानुसार कैदी को केंद्रीय कारा में भेज दिया गया. 




- न्यायालय के आदेशानुसार फिर से भेजा गया जेल
- आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे थे बंदी


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : केन्द्रीय कारा परिसर स्थित ओपेन जेल से फरार कैदी ने बुधवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया. उनकी गिरफ्तारी के लिए नगर थाने की पुलिस द्वारा उसके घर से लेकर परिजनों तक लगातार दबिश दी जा रही थी. ऐसे में उन्हें कोर्ट में आत्मसमर्पण करना पड़ा. नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि न्यायालय के आदेशानुसार कैदी को केंद्रीय कारा में भेज दिया गया. 

दरअसल, सिवान जिले के सिसवन थाना क्षेत्र के पांडेय टोला, चटेया गांव निवासी परमानंद पांडेय के 52 वर्षीय पुत्र सतीश पांडेय को आजीवन कारावास भुगतने के लिए बक्सर के मुक्त कारागार में रखा गया था. 22 मार्च को भी वह काम करने के लिए जेल से बाहर गए थे लेकिन फिर वापस नहीं लौटे. शाम को जब कैदियों कि गिनती होने लगी तब यह बात खुली कि वह जेल में नहीं पहुंचे हैं. जेल के अधिकारियों ने अपने स्तर से उन्हें ढूंढने का प्रयास किया लेकिन पूरी रात जब उनका कोई अता-पता नहीं चला तो मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

दरअसल, मुक्त कारागार में कैदियों को तब रखा जाता है जब वह अपनी सजा की ज्यादातर अवधि गुजार चुके होते हैं और उनका व्यवहार बेहतर होता है. ऐसे कैदी जेल से बाहर जाकर दिन में कोई कामकाज भी कर सकते हैं. यहां वह आपने परिवार वालों के साथ भी रह सकते हैं. हालांकि, सतीश पांडेय के परिवार के लोग उनके साथ नहीं थे. अब उन्हें अपनी बाकी की सजा केंद्रीय कारा में ही गुजारनी होगी.

















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