शिक्षा विभाग के अधिकारी से लूट का आरोपी गिरफ्तार ..

कई बार दोनों पर भयादोहन का आरोप लगा है. अधिकारियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी भय दिखाकर उनसे पैसों की वसूली करने के कई मामले सामने आए हैं. अजय सिंह ने वर्ष 2015 में भी मध्याह्न भोजन के डीपीएम विकास कुमार से भी मारपीट की थी जिसके बाद उस पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.






- नगर थाने के पुलिस ने घर से ही दबोचा
- दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षा विभाग के डीपीओ से लूट के आरोपियों में से एक को नगर थाने की पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे पूछताछ की तथा उसके अन्य फरार साथियों के बारे में भी जानकारी ली. अब उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेजे जाने की तैयारी की जा रही है.

जानकारी देते हुए नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि मामला दर्ज होने के पश्चात एसपी दीपक वर्णवाल के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया जिसमें नगर थाने के पुलिस अवर निरीक्षक लालबाबू सिंह तथा टाइगर मोबाइल के पुलिसकर्मी शामिल थे. टीम का नेतृत्व थानाध्यक्ष स्वयं कर रहे थे. योजनाबद्ध तरीके से अरविंद सिंह के घर की घेराबंदी की गई जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया जबकि अजय सिंह नामक अभियुक्त को किसी प्रकार पुलिस के पहुंचने की भनक लग गई थी और वह भाग निकला. हालांकि दोनों फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज किया गया है.

पुलिस को झांसे में लेने का कर रहा था प्रयास :

थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अरविंद कुमार सिंह ने उन्हें झांसे में लेने का प्रयास किया. उसने कहा कि वह डीपीओ के कार्यालय में इसलिए गया था, क्योंकि उसने डीपीओ के विरुद्ध परिवाद दायर किया है. लेकिन, थानाध्यक्ष ने कहा कि जब उसने न्यायालय में परिवाद दायर किया है तो उसे वहां जाने की क्या आवश्यकता थी? साथ ही सीसीटीवी फुटेज में दुर्व्यवहार करने की बात स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है. ऐसे में उसका झूठ पकड़ा गया.

कई मामलों के आरोपी रहे हैं अरविंद और अजय, भयादोहन है मुख्य पेशा : 

विभागीय सूत्रों की माने तो शिक्षा विभाग में अरविंद सिंह और अजय सिंह दोनों कुख्यात नाम हैं. वैसे तो दोनों का काम मध्याह्न भोजन की निर्माण सामग्री की सप्लाई करना है, जिसमें दोनों मनमानी कीमत पर आपूर्ति करते हैं. इसके अतिरिक्त कई बार दोनों पर भयादोहन का आरोप लगा है. अधिकारियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी भय दिखाकर उनसे पैसों की वसूली करने के कई मामले सामने आए हैं. अजय सिंह ने वर्ष 2015 में भी मध्याह्न भोजन के डीपीएम विकास कुमार से भी मारपीट की थी जिसके बाद उस पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.

क्या था नया मामला :

दरअसल, गुरुवार को दिन में अरविंद सिंह अजय सिंह तथा तारकेश्वर सिंह नामक तीन नामजद अभियुक्तों के द्वारा शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के कार्यालय में घुसकर उनके साथ दुर्व्यवहार और संचिकाओं को फेंकने और हथियार का भय दिखाकर घड़ी और रुपये लूटने का मामला नगर थाने में दर्ज कराया गया था. अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सामने आने के बाद एसपी दीपक वर्णवाल स्वयं इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.



















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