वेतन बढ़ोतरी समेत कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए जिला निबंधन व परामर्श केंद्र के कर्मी ..

कार्य ठप होने के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. समय पर एग्रीमेंट नहीं होने के कारण समय पर कॉलेज में पैसा नहीं भेजे जाने पर परीक्षा से भी वंचित हो सकते हैं. 







- पहले की थी चार दिवसीय हड़ताल, मांगे नहीं पूरी होने पर लिया फैसला
- कहा - मांगे पूरी नहीं होने पर और भी तेज होगा आंदोलन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में कार्य करने वाले सभी सिंगल विंडो ऑपरेटर एवं मल्टी पर्पस असिस्टेंट अपनी पांच सूत्री मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. इन्होंने 14 मार्च से 17  मार्च तक चार दिवसीय हड़ताल की थी. लेकिन सरकार ने इनके मांगो पर कोई विचार नहीं किया जिसके कारण कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी.

डीआरसीसी में कार्य ठप होने के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. समय पर एग्रीमेंट नहीं होने के कारण समय पर कॉलेज में पैसा नहीं भेजे जाने पर परीक्षा से भी वंचित हो सकते हैं. कुशल युवा कार्यक्रम का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले एवं सहायता भत्ता प्राप्त करने वाले लोग भी परेशान हैं.


जिलाध्यक्ष रूपेश  कुमार, उपाध्यक्ष राजन कुमार, सचिव मोहम्मद तबरेज व संयोजक निधि रानी ने बताया कि ज़ब सभी संविदाकर्मियों के ऊपर चौधरी कमेटी कि उच्च स्तरीय अनुशंसा लागू हो गई है तो फिर डीआरसीसी के संविदाकर्मियों को वंचित क्यों रखा गया है? डीआरसीसी कर्मियों का एक माह का वेतन काट कर सिक्योरिटी मनी के रूप में रखा गया है, उसे ब्याज सहित वापस किया जाए. महंगाई के अनुसार वेतन में दस हजार की वृद्धि की जाए. गृह जिले के आसपास स्थानांतरण किया जाए तथा आकस्मिक अवकाश के प्रावधान में संशोधन किया जाए. करवा दे कहा कि उनकी यह मांग अगर नहीं मानी जाएगी तो आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा.















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