बक्सर हाट में दुकान के आवंटन के लिए अभी और करना होगा इंतज़ार ..

सभी चयनित आवेदकों के समक्ष निर्धारित तिथि को चयन प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी. चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी. यह लाटरी के माध्यम से की जाएगी. चयन के उपरांत दुकानों की क्रम संख्या के आवंटन के लिए भी लॉटरी होगी. चयनित प्रतिभागियों को 5 हज़ार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट नगर परिषद के नाम से बनाना होगा. 







- तकनीकी स्वीकृति के लिए भेजा गया है प्रस्ताव
- अप्रैल माह के मध्य में शुरु हो सकता है निर्माण

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला मुख्यालय के समीप गोलंबर के पास प्रस्तावित हाट बाजार के निर्माण को लेकर नगर परिषद बेहद तेजी से कार्य कर रहा है. डीपीआर की स्वीकृति के पश्चात जहां दुकानों के आवंटन के संदर्भ में जानकारी साझा की गई थी. वहीं अब तकनीकी स्वीकृति के लिए फाइल को पुनः शहरी आवास एवं विकास विभाग को भेजा गया है. बताया जा रहा है कि तकनीकी स्वीकृति मिलने के साथ ही दुकानों के निर्माण और आवंटन से संबंधित कार्य शुरू किए जा सकेंगे. ऐसे में सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले अप्रैल माह के मध्य में दुकानों के आवंटन से संबंधित फॉर्म आदि भी मिलने लगेंगे. जिन्हें भरकर कार्यालय में जमा करना होगा जिसके बाद लॉटरी सिस्टम के माध्यम से दुकानों का आवंटन किया जाएगा. हालांकि, पूर्व से जिनके परिवार में किसी को भी दुकान का आवंटन किया गया है उन्हें दुकान नहीं दी जाएगी. सरकारी नौकरी तथा किसी भी लाभ के पद पर कार्यरत आदि में कार्यरत लोगों को भी दुकान का आवंटन नहीं किया जाएगा. 

इस हाट में कुल 178 दुकानें होंगी जिन को पांच भागों में वर्गीकृत किया गया है. खान-पान की दुकानें सर्वाधिक 70 होंगी. जो हरे रंग की होगी. इसके अतिरिक्त फल सब्जी की 48 दुकानें होंगी जो बैंगनी रंग में होंगी. किराना एवं सौंदर्य प्रसाधन की दुकानें 30 की संख्या में होंगी जो नीले रंग में रंगी होंगी. विद्युत उपकरण एवं मरम्मत की दुकान 20 की संख्या में होंगी जिनका रंग लाल होगा वही दवा तथा किताबों की दुकानें पीले रंग में होंगे इन दुकानों की संख्या 20 होगी. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि खानपान की दुकानें 10 फीट चौड़ी और 12 फीट लंबी होगी जबकि अन्य सभी दुकाने 10 फीट चौड़ी और 10 फीट लंबी होंगी. खानपान की दुकानों की लंबाई चौड़ाई अधिक होने के बारे में उन्होंने तर्क दिया कि वह लोग बैठ कर भोजन भी कर सकेंगे ऐसे में उन्हें अतिरिक्त स्थान देने की आवश्यकता है.

चार करोड़ से ज्यादा है बक्सर हाट के निर्माण का खर्च, एक दुकान के लिए 2.5 लाख न्यूनतम राशि : 

बकौल कार्यपालक पदाधिकारी इस पूरे बक्सर हॉट के निर्माण की लागत 4.9 करोड़ रुपये है जिसमें बनाई गई 178 दुकानों का आवंटन अलग-अलग दर पर होगा. मसलन खान पान की दुकान लेने वालों को 3 लाख 9 हज़ार 500 रुपये देने होंगे जबकि अन्य दुकानों के लिए 2 लाख 45 हज़ार 500 रुपये की राशि निर्धारित है. निर्धारित राशि का 40 फीसद दुकान लेते समय तथा बाकी धीरे-धीरे देना होगा. उन्होंने कहा कि यह राशि इसलिए ली जा रही है क्योंकि बक्सर हॉट स्ववित्तपोषित है. जो राशि उपार्जित होगी वह इसके विकास और देखरेख में खर्च होगी. हालांकि, किराये का निर्धारण अभी नहीं हो सका है. वह जल्द ही अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर से किया जाएगा.

लॉटरी के माध्यम से होगी बुकिंग की प्रक्रिया :

उन्होंने कहा कि बुकिंग प्रक्रिया लाटरी के माध्यम से होगी जिसके लिए सर्वप्रथम नगर परिषद कार्यालय से 500 रुपये की विवरणिका और प्रपत्र खरीदना होगा. प्रपत्र को भर कर कार्यालय में जमा कराना होगा इसके बाद आवेदन पत्रों की संवीक्षा होगी. संवीक्षा के उपरांत एक सूची जारी की जाएगी. जिस में चयनित आवेदकों के नाम होंगे. यह सूची नगर परिषद कार्यालय अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय एवं सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कार्यालय में सूचना पट पर प्रदर्शित की जाएगी. जिनके आवेदन निरस्त होंगे उन्हें फिर 7 दिनों का समय मिलेगा. इस समय में चार दिनों तक वह नगर परिषद कार्यालय और फिर तीन दिनों तक नोडल पदाधिकारी से संपर्क कर आवेदन को दुरुस्त कर सकेंगे. बाद में सभी चयनित आवेदकों के समक्ष निर्धारित तिथि को चयन प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी. चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी. यह लाटरी के माध्यम से की जाएगी. चयन के उपरांत दुकानों की क्रम संख्या के आवंटन के लिए भी लॉटरी होगी. चयनित प्रतिभागियों को 5 हज़ार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट नगर परिषद के नाम से बनाना होगा. यदि लॉटरी प्रक्रिया में उन्हें दुकान आवंटित नहीं होती है तो यह राशि उन्हें लौटा दी जाएगी.

यह लोग नहीं कर सकते हैं आवेदन :

कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बक्सर हाट में दुकानों के आवंटन के लिए कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है. हालांकि यदि किसी को नगर परिषद बक्सर अथवा डुमरांव में पूर्व से दुकान आवंटित है तो वह आवेदन नहीं कर सकता है. उन्होंने बताया कि जो लोग सरकारी नौकरी अथवा किसी प्रकार से सरकारी लाभ ले रहे होंगे वह भी दुकान के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है प्रक्रिया से गुजरने के बाद उन्हें दुकानों का आवंटन किया जा सकता है. खास बात यह भी है कि जिस व्यवसाय करने के लिए उन्हें दुकान आवंटित की जा रही है केवल उसी व्यवसाय को वहां कर सकते हैं.

तीन एकड़ में बनेगा विशाल बाजार, 60 फीसद क्षेत्र रहेगा हरियाली से आच्छादित :

बक्सर हाट का निर्माण तीन एकड़ की विस्तृत भूमि में किया जा रहा है. गोलंबर के समीप बिहार सरकार के जमीन को चिन्हित कर लिया गया है. नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम का कहना है कि जमीन की मापी का कार्य तेजी से चल रहा है. यहां 60 फीसद क्षेत्र में हरियाली आच्छादित रहेगी जबकि 40 फीसद क्षेत्र में बाजार पार्किंग जोन तथा अन्य सुविधाएं होंगी. जरूरत के अनुसार व्यवस्थाओं को और भी सुदृढ़ किया जाएगा.




जाम की समस्या से मिलेगी मुक्ति :

बक्सर नगर में वर्तमान में जो बाजार है उसमें खरीदारों को खरीदारी के समय वाहन लेकर जाने में काफी फजीहत झेलनी पड़ती है. नगर वनवे हो जाने के बावजूद चार पहिया वाहनों के
पार्किंग के लिए नगर में कहीं भी कोई स्थान चिन्हित नहीं है. पार्किंग ज़ोन के लिए अभी तक ना तो कोई योजना बनी है और ना ही कहीं कोई व्यवस्था. लेकिन बक्सर हाट के निर्माण का जो नक्शा बना है उसमें के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है. ऐसे में जो लोग शॉपिंग के दौरान जाम की फजीहत से बचना चाहते हैं. वह सीधे बक्सर हाट में पहुंचेंगे और आराम से गाड़ी पार्क कर खरीदारी कर सकेंगे.

बक्सर हाट में बनाए जाएंगे पार्क और सिनेमा हॉल :

बक्सर हॉट में लोगों को शॉपिंग के साथ-साथ फुर्सत के क्षण बिताने के लिए पाक और सिनेमा हॉल की भी व्यवस्था की जाएगी. बक्सर की पहचान के रूप में महर्षि विश्वामित्र और भगवान श्रीराम की प्रतिमाएं भी यहां स्थापित की जाएंगी. खास बात यह है कि पार्क में बैठने के लिए लोगों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा. साथ ही पार्क के समीप ही फूड प्लाजा भी होगा जहां लोग अपने पसंदीदा व्यंजन का लुत्फ भी उठा सकेंगे. इसके अतिरिक्त पार्क में जगह-जगह बेंच भी बनाए जाएंगे ताकि अगर खरीदारी करते-करते थक गए तो कुछ देर बैठ कर सुस्ता सकें.

स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बढ़ावा, जैविक उत्पाद आसानी से रहेंगे उपलब्ध : 

बक्सर हॉट में जो दुकानें बनाई जा रही है उनमें ब्रांडेड उत्पादों के साथ-साथ लोकल उत्पादों को भी जगह मिलेगी या यूं कहें लोकल उत्पादों को भी बढ़ावा देने के लिए यहां एक बेहतर प्लेटफार्म की व्यवस्था की जा रही है. हाल ही में जिला उद्योग केंद्र के द्वारा नगर परिषद में लोकल उत्पादों का मेला लगाया गया था, जिसमें विभिन्न उत्पाद जैसे कि चक्की आटा, सत्तू, बेसन, मसाला, रेडीमेड कपड़े, जूते तथा साइकिल के लोकल ब्रांड के स्टाल लगाए गए थे. इस तरह के नवीन उद्योगों को बढ़ावा देने की व्यवस्था यहां रहेगी. साथ ही धीरे-धीरे तेजी पकड़ रही जैविक उत्पादों की मांग भी बक्सर हाट में पूरी की जा सकेगी.

कहती है अधिकारी :

डीपीआर की स्वीकृति के बाद अब तकनीकी स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. जिसकी स्वीकृति के बाद यह तय होगा कि निर्माण में किस तरह की मैटेरियल आदि का प्रयोग होगा तथा दुकानों का आकार आदि क्या होगा. जिसके बाद निर्माण फिर से शुरु हो जाएगा. 

प्रेम स्वरूपम,
कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद, बक्सर 















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