नहीं रही लता श्रीवास्तव!

बताया कि सीने में दर्द की शिकायत पर उनके पुत्र तथा अन्य स्वजन उन्हें लेकर उनके यहां पहुंचे थे. लेकिन अस्पताल में पहुंचने से पूर्व ही वह दुनिया छोड़ चुकी थी. सीपीआर व अन्य तरीकों से उन्हें वापस लाने की कोशिश की गई लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.





पति, बेटों तथा बहू के साथ लता श्रीवास्तव (फ़ाइल इमेज )


- जिंदादिल महिला नेत्री का दिल ने ही छोड़ा साथ
- हृदयाघात बना जदयू महिला जिलाध्यक्षा की मृत्यु का कारण

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जदयू महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षा तथा जिंदादिल महिला सामाजिक कार्यकर्ता लता श्रीवास्तव का निधन हो गया है. बुधवार की सुबह तकरीबन 5:00 बजे हृदयाघात के कारण यह दुखद हादसा हुआ. उनकी उम्र तकरीबन 55 वर्ष थी. मृत्यु की पुष्टि करते हुए चिकित्सक डॉ दिलशाद आलम ने बताया कि सीने में दर्द की शिकायत पर उनके पुत्र तथा अन्य स्वजन उन्हें लेकर उनके यहां पहुंचे थे. लेकिन अस्पताल में पहुंचने से पूर्व ही वह दुनिया छोड़ चुकी थी. सीपीआर व अन्य तरीकों से उन्हें वापस लाने की कोशिश की गई लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.


मिली जानकारी के मुताबिक लता श्रीवास्तव के खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा पिछले कुछ दिनों से बढ़ी हुई थी. चिकित्सक डॉ दिलशाद ने बताया कि उन्हें एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह दी गई थी जिसके लिए वह बुधवार को वाराणसी जाने की योजना बना रही थी. 

लता श्रीवास्तव के छोटे पुत्र बिट्टू ने चिकित्सक को बताया कि रात ग्यारह बजे ही उन्हें बेचैनी की शिकायत हुई थी. तब कुछ दवाओं के सेवन के बाद उन्हें आराम मिला लेकिन सुबह चार बजे उन्होंने पुनः तबीयत खराब होने की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन, अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उनकी मृत्यु हो गई. और सुबह 5:11 बजे चिकित्सक ने उनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी. 

लोक अभियोजक नंद गोपाल हैं समधी : 

बक्सर के राजनीतिक गलियारों में लता श्रीवास्तव पहचान की मोहताज नहीं थी. मंझरिया निवासी लता श्रीवास्तव ने तकरीबन 25 वर्ष की उम्र में जिला परिषद का चुनाव भी लड़ा था. प्रदेश तथा देश के कई नामी-गिरामी राजनीतिक हस्तियों के बीच उनकी एक अलग पहचान थी. सदैव मुस्कुरा कर किसी से मिलने वाली लता श्रीवास्तव की पूर्व सांसद अरुण कुमार से लेकर स्व फैज अहमद से भी इनकी राजनीतिक मित्रता थी. उनके बड़े पुत्र राजशेखर की शादी लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद की पुत्री से हुई थी.

पिछले ही वर्ष हुआ था पति का निधन :

लता श्रीवास्तव के पति सेवा निवृत्त पुलिस निरीक्षक एल पी लाल का पिछले ही वर्ष कैंसर से निधन हो गया था. जिसके बाद वह काफी अकेलापन भी महसूस कर रही थी. उनके एक पुत्र राजशेखर विदेश में रहते हैं वह अपने छोटे पुत्र के साथ ही सिविल लाइंस स्थित आवास में रहा करती थी.


शोक संवेदनाओं का लगा तांता :

लता श्रीवास्तव का निधन पर वरिष्ठ पत्रकार डॉ शशांक शेखर, रेड क्रॉस के सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि नियामतुल्लाह फरीदी, चिकित्सक डॉ दिलशाद आलम, प्रसिद्ध शायर साबित रोहतासवी, लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद समेत तमाम लोगों ने दुख व्यक्त किया है.















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