गोलियों की गूंज से दहला मुरार थाना क्षेत्र, चाचा की हत्या भतीजे की हालत नाजुक ..

गोलीबारी की इस घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. वही परिजनों तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को चौगाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां पहुंचने के साथ ही चिकित्सकों ने ठाकुर यादव को मृत घोषित कर दिया. 







- पुराने जमीनी विवाद में हमलावरों ने मार दी गोलियां
-  मुरार थाना क्षेत्र के ओझा बरांव गांव का है मामला

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : मुरार थाना क्षेत्र ओझा बरांव गांव में पुरानी दुश्मनी में हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि उनका भतीजा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया है. इस घटना के बाद एक तरफ जहां होली के माहौल में मातम पसर गया वहीं दूसरी तरफ तनाव की स्थिति बन गई है. जिसे देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. एसपी राज ने बताया कि मामला पुराने जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है जिसको लेकर गोलीबारी की घटना हुई है. मामले के फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है.

घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक मुरार थाना क्षेत्र के ओझा बरांव गांव रामचंद्र यादव के परिवार से उनके पड़ोसियों का पुराना जमीनी विवाद चला आ रहा है. उसी विवाद को लेकर पड़ोसियों के द्वारा होली के दिन ही रामचंद्र यादव के दरवाजे पर पहुंचकर गोलीबारी की गई, जिसमें रामचंद्र यादव के 42 वर्षीय पुत्र ठाकुर यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रामचंद्र यादव के दूसरे पुत्र बाउल यादव के 15 वर्षीय पुत्र राहुल यादव को दो गोलियां लग गई जिससे कि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. गोलीबारी की इस घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. वही परिजनों तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को चौगाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां पहुंचने के साथ ही चिकित्सकों ने ठाकुर यादव को मृत घोषित कर दिया. जबकि राहुल यादव की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें बक्सर सदर अस्पताल रेफर कर दिया.

निश्चिंत बैठा था परिवार, मौके का फायदा उठाकर दिया घटना को अंजाम :

होली के दिन पुरानी दुश्मनी भुला दुश्मनों के भी आपस में गले मिलने का रिवाज है. लेकिन, आज के दिन इस तरह की घटना का अंदेशा किसी को नहीं था. ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच पुराना जमीनी विवाद है. लेकिन रामचंद्र यादव के परिवार के लोग यह मान रहे थे कि इस बात को लेकर इस कदर तनाव भी नहीं है कि उन पर हमला हो जाए. ऐसे में जब उनके पड़ोसी उनके दरवाजे पर पहुंचे तब भी उन्हें यह एहसास नहीं हुआ कि वह उन पर हमला करने आए हैं. सभी उन्हें आदर सहित घर में बैठाने की सोच ही रहे थे तभी हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. जैसे ही दो लोगों को गोलियां लगी, हमलावर फायरिंग करते हुए भाग गए.

















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