उस चावल में मिलावट दिखी. उसमें प्लास्टिक के चावल के समान ही छोटे-छोटे टुकड़े मिले हुए हैं. इस बात की शिकायत करने पर डीलर ने उन्हें फटकार कर भगा दिया. बाद में उन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी व्यथा रखी.
- सिमरी प्रखंड के काजीपुर पंचायत का मामला
- पूर्व से ही विवादित रहा है सरकारी राशन दुकानदार
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : काजीपुर के चकनी खैरा गांव के फेयर प्राइस डीलर विनोद चौधरी के द्वारा प्रति यूनिट निर्धारित से अधिक राशि लेने के संदर्भ में दिसंबर 2022 में लोक शिकायत पदाधिकारी के समक्ष दायर परिवाद के आलोक में जांच उपरांत आरोपों को सही पाया है और उससे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए उस पर उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. लेकिन दुर्भाग्यवश जनवरी माह में दिए गए इस आदेश के बावजूद अब तक डीलर के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई. डीलर अब भी लगातार राशन वितरण के दौरान मनमानी वसूली कर रहा है इसी बीच सोमवार को डीलर के द्वारा अब मिलावटी खाद्यान्न लोगों को दिए जाने की शिकायत भी सामने आई. इस तरह के शिकायत मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के अनुमंडल पदाधिकारी मामले की जांच कराते हुए कठोर कार्रवाई करने की बात कही है.
घटना के संदर्भ में चकनी गांव निवासी हीरालाल और लक्ष्मी देवी ने बताया कि उन्होंने फेयर प्राइस डीलर विनोद के यहां से इस माह के चावल का उठाव किया. लेकिन उस चावल में मिलावट दिखी. उसमें प्लास्टिक के चावल के समान ही छोटे-छोटे टुकड़े मिले हुए हैं. इस बात की शिकायत करने पर डीलर ने उन्हें फटकार कर भगा दिया. बाद में उन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी व्यथा रखी.
हमने इस संदर्भ में अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज से बात की तो उन्होंने जांच की बात कही. लेकिन सवाल यह उठता है कि जिस डीलर पर कार्रवाई करने की बात हो चुकी है उसे अब तक वरदहस्त क्यों मिला हुआ है? उम्मीद है कि इस सवाल का जवाब भी आने वाले समय में मिल ही जाएगा.
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