आरोपी ठग से उनकी जान पहचान ट्रेन के सफर के दौरान हुई थी. वह मध्य प्रदेश जा रहे थे इसी दौरान 42 वर्षीय उक्त युवक उनसे मिला बातचीत धीरे-धीरे नंबरों के आदान-प्रदान तक पहुंची और फिर आरोपी उनके संपर्क में रहने लगा. युवक ने बताया था कि वह आरा जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के बनौली गांव का निवासी है.
- सामने आई चुआड़ गांव में भीषण वारदात की पूरी कहानी
- विश्वास में लेकर किया बड़ा विश्वासघात
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : कोरानसराय थाना क्षेत्र के चुआड़ गांव में शुक्रवार को नशीले खाद्य पदार्थ खिलाकर चोरी की घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति पिछले दो सालों से परिवार के संपर्क में था. गृहस्वामी सुरेंद्र पांडेय से उसकी ट्रेन में मुलाकात हुई थी और उसने खुद को आरा जिले का निवासी बताया था. उसने कहा था कि वह जाति से भूमिहार है और खेती-बाड़ी के साथ-साथ ब्याज पर रुपये उधार देने का कारोबार करता है. उसने पहले घरवालों के साथ प्रगाढ़ता को मजबूत किया और फिर इस तरह की घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल भागा. इस घटना में उसने तकरीबन 32 हजार नगद मिलाकर कुल पांच लाख रुपयों की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया है. जिस नंबर से वह घरवालों के संपर्क में था वह नंबर भी फिलहाल स्विच ऑफ बता रहा है. थानाध्यक्ष रंजीत कुमार का कहना है कि शुक्रवार की शाम बेहोशी की हालत होने के पीड़ित बयान देने की स्थिति में नहीं थे. जल्द ही पुलिस उनका बयान लेकर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए गृह स्वामी ने बताया कि आरोपी ठग से उनकी जान पहचान ट्रेन के सफर के दौरान हुई थी. वह मध्य प्रदेश जा रहे थे इसी दौरान 42 वर्षीय उक्त युवक उनसे मिला बातचीत धीरे-धीरे नंबरों के आदान-प्रदान तक पहुंची और फिर आरोपी उनके संपर्क में रहने लगा. युवक ने बताया था कि वह आरा जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के बनौली गांव का निवासी है. उसने सुरेंद्र पांडेय का भी पूरा पता ले लिया.
घरवालों का विश्वास जीतने के लिए मोबाइल रिचार्ज तक कराता था ठग :
बाद में आरोपी युवक सुरेंद्र पांडेय के घर भी आने जाने लगा. वह बताता था कि वह किसी कार्यवश इधर से गुजरा तो उनके यहां चला आया है. उसने न सिर्फ गृहस्वामी बल्कि उनके बच्चों और पत्नी के अच्छा संबंध बना लिया. बच्चे उसे भैया तो युवक सुरेंद्र पांडेय को चाचा कहता था. घरवालों का और भी नजदीकी बनने के लिए कभी-कभार वह उनके मोबाइल फोन भी रिचार्ज कराना, उन्हें उपहार देने जैसे कार्य भी करने लगा
जीयर स्वामी के यज्ञ में शामिल होने के लिए एक साथ जुटा था पूरा परिवार :
सुरेंद्र पांडे की तीन विवाहित बेटियां खुशबू तिवारी, रीमा ओझा तथा शम्मी मिश्रा अपने बच्चों के साथ मायके आई हुई थी. वह जीयर स्वामी के यज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंची थी. संभवत: इस बात की भनक आरोपी को लग गई थी. वही 11 मई को सुबह 10:00 बजे सुरेंद्र पांडेय के घर पहुंचा और कुछ देर रुकने के उसने कहा कि वह किसी व्यक्ति से अपने उधार दिए हुए पैसे वापस लेने के लिए मठिला जा रहा है. बाद में जब वह लौटकर आया तो उसके हाथ में समोसे जलेबी तथा कोल्ड ड्रिंक की बोतले थी. उसके आग्रह पर जैसे ही लोगों ने यह सब खाना-पीना शुरु किया जिसके बाद एक-एक कर सभी बेहोश होने लगे. हाथ पैर पटकते-पटकते बच्चों समेत सभी आठ लोग बेहोश अचेत हो गए, जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने सभी महिलाओं के गहने तथा घर में रखें रुपये चुरा लिए.
अचानक घर में हो गई शांति तो चिंतित हुए पड़ोसी :
आरोपी के चोरी कर चले जाने के पश्चात घर में पूरी तरह से शांति थी. कुछ देर के बाद पड़ोसियों ने यह सोचा कि जिस घर में कुछ देर पहले कोलाहल था. वहां अचानक शांति कैसे हो गई तो उन्होंने झांक कर देखा तो यह पाया कि घर में सभी इधर-उधर अचेत पड़े हुए हैं. तुरंत स्थानीय निवासी तथा पूर्व जिला परिषद सदस्य धन बिहारी पासवान ने अपनी गाड़ी में बैठाकर सभी को अस्पताल पहुंचाया.
ट्रूकॉलर पर दिख रहा धर्मेंद्र चौहान दिख रहा है नाम :
आरोपी व्यक्ति अपने मोबाइल संख्या 91626517442 से साल से पूरे परिवार के संपर्क में था. वह परिवार के सदस्य की तरह घर में रहा करता था. कभी-कभार जब वह सुरेंद्र पांडेय के आता तो उनके साथ मदद करने के लिए खेतों में भी चला जाता था. लेकिन यह सब वह उनसे नजदीकियां बढ़ाने के लिए कर रहा था और आखिरकार उसने एक बड़ा कांड कर दिया.
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