डुमरांव के युवक की मलेशिया में मौत, अब शव लाने को सरकार से गुहार लगा रहे परिजन ..

परिजनों को सबसे अधिक दुख इस बात का है कि मौत के बाद भी वे अपने लाडले का अंतिम दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. कंपनी वालों शव भेजने की बात तो दूर उसके परिवार को फोन कर घटना की जानकारी भी देना मुनासिब नहीं समझा. 







- पिछले ही वर्ष मलेशिया गया था कसिया का 21 वर्षीय सुशील साह 
 - कंपनी की तरफ से दो दिनों के बाद भी परिजनों को सूचना नही

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के एक युवक की मलेशिया में मौत हो गई है. मृतक स्थानीय थाना क्षेत्र के कसिया गांव के भिखारी साह का 21 वर्षीय पुत्र सुशील साह है.  वह अक्टूबर 2022 में परिवार की माली हालत सुधारने तथा बहनों की शादी के उद्देश्य से सात समंदर पार मलेशिया गया था. 12 जून को काम के दौरान ही उसे बुखार आया, तब कंपनी वाले उसे इलाज के लिए लेकर कोला पीला अस्पताल गए. इलाज के दौरान ही 13 जून को भारतीय समय अनुसार अल सुबह तीन बजे उसकी मौत हो गई. वहां रह रहे गांव के अन्य युवकों ने मृतक के घर फोन कर इस मनहूस घटना की जानकारी दी तथा अस्पताल में उसके इलाजरत रहने के दौरान की फोटो भेजी. इस खबर के मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है. उनका रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों को सबसे अधिक दुख इस बात का है कि मौत के बाद भी वे अपने लाडले का अंतिम दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. कंपनी वालों शव भेजने की बात तो दूर उसके परिवार को फोन कर घटना की जानकारी भी देना मुनासिब नहीं समझा. ऐसे में परिजन अब शव को वापस लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.


परिवारिक सूत्रों की माने तो मलेशिया से उसका शव भेजने की कोशिश भी कंपनी वाले नहीं कर रहे हैं. इधर शव नहीं आने से परिजनों की चिंता बढ़ गई है. पिछले दो दिनों से पूरे परिवार में चूल्हा नहीं जला है. मृतक के पिता ने बताया कि उनका पुत्र बड़े अरमान लेकर महज 21 वर्ष की उम्र में मलेशिया गया था, लेकिन उसकी मौत के साथ ही अरमान भी धूमिल हो गए हैं. पंचायत के पूर्व सरपंच रमेश चंद्र राय ने बताया कि शव को मलेशिया से भारत लाने के लिए भारतीय दूतावास को मेल किया गया है. लेकिन अभी तक कहीं से कोई सार्थक जवाब नहीं मिला है.

चार बहनों और दो भाइयों में दूसरे नंबर पर था मृतक :

मृतक चार बहनों और दो भाइयों में दूसरे नंबर पर था. इससे बड़ी एक बहन की शादी हो चुकी है. जबकि तीन बहनो की अभी शादी करना बाकी है. जबकि उसका छोटा भाई विरंजन साह मात्र 14 साल का है. इस घटना के बाद से मृतक की मां मालती देवी, पिता भिखारी साह तथा भाई-बहनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.









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