बताया कि समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था. साथ ही राज्यपाल से मिलकर पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के लिए ज्ञापन दिया गया था. अब इसके मंजूरी से क्षेत्र के लोगों में विकास के प्रति आस जगी है.
- राज्य पर्यटन विभाग से मिली मंजूरी, प्रथम किश्त स्वीकृत
- चहारदीवारी, मुख्य द्वार, पार्क से व सड़क का होगा निर्माण
- सोलर लाइट से जगमग होगा शौर्यस्थल
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : वर्षो से बदहाली का दंश झेल रहे शेरशाह के शौर्यस्थल चौसा के लड़ाई मैदान की तकदीर बदलने वाली है. बहुत जल्द इसका कायाकल्प होगा. यह स्थल ग्रामीण पर्यटन के स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. ग्यारह वर्ष पहले वर्ष 2012 में सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस स्थल का भ्रमण कर विकास करने का वादा किया था तो वहीं, विगत जनवरी माह में जिले में समाधान यात्रा के दौरान पहुंचे मुख्यमंत्री को चौसा नगर पंचायत की चेयरमैन किरण देवी द्वारा सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटक स्थल घोषित करने के लिए पत्र के माध्यम से ज्ञापन दिया था. शौर्यस्थल के विकास के लिए राज्य पर्यटन विभाग से मंजूरी दे दी गई है.
लगभग चार करोड़ की लागत से सौंदर्यीकरण किया जाएगा इसके लिए प्रथम किश्त का एलाटमेंट भी कर दिया गया है साथ ही निर्माण अवधि भी तय कर दी गई है. पूरे 12 माह में शौर्यस्थल का कायाकल्प किया जाना है. बकायदा प्रस्तावित विकास निगम ने जिले को पत्र भी भेज दिया है. जिसमे बताया गया है कि राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तीन करोड़ नवासी लाख सतहत्तर हजार रुपये ऐतिहासिक मैदान के विकास व सौंदर्यीकरण के लिए स्वीकृत किया गया है. जिसमे प्रथम किश्त के रूप में एक करोड़ 94 लाख अठासी हजार पांच सौ रुपये स्वीकृति के तहत जिले को भेज दी गई.
स्वीकृत हुई राशि से होंगे यह काम :
चार करोड़ की राशि से चहारदीवारी का जीर्णोद्धार, टिकट कक्ष, शौचालय, मुक्त खड़े चबूतरे का कार्य, मुख्य द्वार व पिछला द्वार, पार्क का जीर्णोद्धार, कंक्रीट सड़क, लैंड स्केपिंग, गुड अर्थ, सैंड स्टोन से पाथवे, पार्क में दस बेंच तथा 35 सोलर लाइट इत्यादि लगाई जानी है.
नगर पंचायत चेयरमैन ने जताई प्रसन्नता :
चौसा नगर पंचायत चेयरमैन किरण देवी ने विकास व सौंदर्यीकरण की मंजूरी के साथ प्रथम किश्त स्वीकृत किये जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि वर्षो से उपेक्षित ऐतिहासिक स्थल का कायाकल्प हो जायेगा. इतिहास पढ़कर आने वाले अब पर्यटक निराश हो अब वापस नही जायेगे. उन्होंने बताया कि समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था. साथ ही राज्यपाल से मिलकर पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के लिए ज्ञापन दिया गया था. अब इसके मंजूरी से क्षेत्र के लोगों में विकास के प्रति आस जगी है.
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