पुत्र का हत्यारा पिता जिला मुख्यालय से गिरफ्तार ..

पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद क्रोधित पति ने अपने सौतेले पुत्र की गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस के समक्ष उसने अपना अपराध स्वीकार किया जिसके बाद गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया. 





- मोबाइल सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने पकड़ा
- हत्यारे ने स्वीकार किया अपना गुनाह, भेजा गया जेल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में एक सौतेले पिता के द्वारा 12 वर्षीय पुत्र की गला दबाकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित को जिला मुख्यालय से गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड को अंजाम देकर फरार हो गया था जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. मामले की वैज्ञानिक जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आफाक अख्तर अंसारी के नेतृत्व में शुरु हुई इसके बाद मोबाइल सर्विलांस के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.  एसडीपीओ ने बताया कि आरोपी ने पहले शादी होते हुए भी दूसरी शादी की थी. पहली पत्नी को वह सिकरौल में रखता है जबकि दूसरी पत्नी के साथ वह रघुनाथपुर में रहा करता था. पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद क्रोधित पति ने अपने सौतेले पुत्र की गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस के समक्ष उसने अपना अपराध स्वीकार किया जिसके बाद गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया. 

घटना के बारे में जानकारी देते हुए मुस्लिम समुदाय से आने वाली हत्यारे की दूसरी पत्नी सपना ने बताया कि पूर्व में उसके फौजी पिता ने दुल्हीनगंज निवासी एक व्यक्ति से उसकी शादी की थी. बाद में उसके पति का निधन हो गया. साथ ही पिता भी शहीद हो गए. जिसके बाद से वह आरा के एक अस्पताल में नर्स का काम करने लगी. वहां केसठ के महादेवगंज निवासी ग्रामीण चिकित्सक डॉक्टर अमित सदैव आया जाया करते थे. आने-जाने के दौरान ही उसने पहले दोनों बच्चों को अपनी और आकर्षित करना शुरु किया जिसके बाद उसने सपना से विवाह का प्रस्ताव रखा, जिस पर सपना ने साफ इंकार कर दिया लेकिन उसने जहर खाकर जान देने की धमकी देते हुए उसे शादी के लिए आखिरकार मना लिया. 

साढ़े चार लाख रुपये साथ लेकर आई थी सपना :

दोनों ने वर्ष 2019 में शादी की जिसके बाद दोनों रघुनाथपुर के समीप रहने लगे. आते समय उसने अपने पास रखे साढ़े चार लाख रुपया में एक लाख रुपये गहने खरीदने में खर्च किए जबकि साढ़े तीन लाख रुपये अपने पति को कार खरीदने को दे दिए. सपना ने बताया कि पति ने उसे झांसा देकर कार अपने नाम करा ली थी.

पहले बेटे को भेजा था हॉस्टल, अब खर्चा चलाने से भी इनका :

शादी के बाद दोनों बच्चे भी साथ में रहते थे लेकिन कुछ ही दिनों के बाद अमित ने बेटे का नामांकन भोजपुर जिला के जगदीशपुर के हॉस्टल में करा दिया. पिछले 1 साल से बच्चे को वहां से हटाकर सपना ने अपनी बहन के यहां रखा था. वहां से चार दिन पूर्व बच्चा उससे मिलने की जिद करके यहां आया, जिस पर अमित भड़क गया और उसे यह कहना शुरू कर दिया कि उसने कोई धर्मशाला नहीं खोल रखी है. इस बात का विरोध सपना ने भी किया और कहा कि वह अपने बच्चों को पालने के लिए कहीं और नौकरी करेगी लेकिन उनकी परवरिश में कोई कमी नहीं आने देगी. उसने टुड़ीगंज में एक निजी अस्पताल में नौकरी के लिए बात भी कर ली थी. 

बच्चे का नामांकन कराने के लिए मांगे पैसे तो हुआ विवाद :

सपना ने बताया कि उसने यह तय कर लिया था कि वह अपने बच्चों को स्वयं पढ़ाएगी जिसके लिए पहले तो उसने टुड़ीगंज के एक निजी अस्पताल में अपनी नौकरी की बात की और फिर समीप के ही एक हॉस्टल में दोनों बच्चों के नामांकन कराने के लिए भी बात की. वहां उसे बताया गया कि उसे नामांकन के लिए फिलहाल छह हजार रुपये देने पड़ेंगे. पैसों के लिए उसने अमित से बात की तो उसने साफ मना कर दिया और मारपीट को उतारु हो गया. 

बेटे की पढ़ाई के लिए सुहाग की निशानी बेचने चली थी मां :

जब पति ने पैसे नहीं दिए तो वह सुहाग की निशानी मंगलसूत्र बेचने के लिए सुनार के पास गई. लेकिन, वहां मंगलसूत्र नहीं बिका. पोस्ट ऑफिस के बचत खाते में उसने कुछ पैसे रखे थे. लेकिन वहां से भी पैसे नहीं निकले. पैसों का इंतजाम के लिए वह ट्रेन पकड़ कर उस अस्पताल में पहुंची जहां उसने नौकरी के लिए बात की थी. वहां उसने अस्पताल प्रबंधक से अग्रिम राशि मांगी लेकिन वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी. 

निराश सपना घर लौटी तो मिली बेटे की लाश :

सभी जगह से निराश होकर जब घर लौटी तब तक पति अमित ने उसके पुत्र दीपक उर्फ साहिल की गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी थी. बेटी दूसरे कमरे में थी और बेटे का शव एक दूसरे अंधेरे कमरे में पड़ा हुआ था. साथ ही मौके से अमित फरार था यह सब देखने के बाद उसके होश फाख्ता हो गए. तुरंत ही उसने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस अनुसंधान में जुटी.









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