नगर के बीचों-बीच अवस्थित वक्फ बोर्ड की जमीन पर बने दुकानों के संचालकों को गलत रसीद देकर किराया वसूल किया जा रहा है, जिस बात की पुष्टि जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के द्वारा राज्य मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में भी की गई है.
- करोड़ों रुपये का हेरफेर करने तथा अल्पसंख्यकों की हकमारी का आरोप
- कहा - घर पर ऑफिस चलाते हैं दोनों अधिकारी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे हैं. पूर्व पदाधिकारी ने ही यह आरोप लगाया है और कहा है कि पदाधिकारी के द्वारा नियमों को तक पर रखकर बोर्ड का संचालन किया जा रहा है, जिससे कि न सिर्फ बोर्ड की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है बल्कि अल्पसंख्यक कल्याण की सरकार की योजना पर भी प्रहार हो रहा है ऐसे में जिला तथा राज्य स्तरीय पदाधिकारी से मामले में संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.
मामले में वक्फ बोर्ड के पूर्व सचिव मोहम्मद सुहैल ने वर्तमान अध्यक्ष तौसीफ खान तथा सचिव हामिद खान पर भ्रष्टाचार तथा मनमाने ढंग से कार्य करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि दोनों पदाधिकारी के द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण के लिए कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है. भ्रष्टाचार का आलम यह है कि दोनों पदाधिकारी के द्वारा नई कमेटी में जगह दिलाने के लिए उनसे भी पैसों की मांग की गई है.
उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की कमेटी बनाने के लिए मोटी रकम की वसूली की जा रही है और नियम तथा निर्देशों का बिना अनुपालन किए मनमाने ढंग से पैसे वसूले जा रहे हैं. साथ ही नगर के बीचों-बीच अवस्थित वक्फ बोर्ड की जमीन पर बने दुकानों के संचालकों को गलत रसीद देकर किराया वसूल किया जा रहा है, जिस बात की पुष्टि जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के द्वारा राज्य मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में भी की गई है. ये दोनों अधिकारी इतने भ्रष्ट हैं कि कार्यालय भी घर से ही संचालित करते हैं.
पैसे मांगने का ऑडियो वायरल :
मोहम्मद सुहैल ने जो आरोप लगाए इन आरोपों की पुष्टि के रूप में उन्होंने इसका एक ऑडियो भी दिया है, जिसमें कथित तौर पर दोनों पदाधिकारी के द्वारा पैसों की मांग की जा रही है. उन्होंने बताया है कि इस ऑडियो में जो आवाज है वह इन्हीं पदाधिकारी की है.
पदाधिकारी ने कहा - खर्च के लिए मांगे होंगे रुपये :
मामले में वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी तौसीफ खान से बात की गई तो उन्होंने आरोपों को सीधे तौर पर नकार दिया, जबकि हामिद खान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति यदि राज्य मुख्यालय में किसी काम से जाता है तो आने-जाने के लिए किराया तथा अन्य खर्चो के लिए पैसा मांग सकता है. हो सकता है पैसे इसीलिए मांगे गए हो.
जिसपर लगा अवैध वसूली का आरोप, वही अब भी कर रहा देख रेख :
हामिद खान ने बताया कि गलत ढंग से दुकानों का किराया वसूलने के आरोपों पर उन्होंने मामला संज्ञान में आया है लेकिन जिस पर आरोप लगे हैं उससे पैसों को वापस कराना जरूरी था, ऐसे में फिलहाल उसी को देखरेख के लिए रखा गया है.
इस पूरे मामले में जिला कल्याण पदाधिकारी से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. हालांकि, मामला पूर्व से ही संज्ञान में होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है.
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