बताया कि मृतक के परिजनों के साथ जिला प्रशासन की संवेदनाएं हैं. हम दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति की कामना करते हैं. साथ ही साथ नियमानुसार चुनाव आयोग ने निर्देश के आलोक में मृतक के स्वजनों को 15-15 लाख रुपयों का मुआवजा दिया जाएगा.
- फ्लैग मार्च के दौरान अर्धसैनिक बल के जवान की हुई मौत
- चुनाव ड्यूटी में कार्यरत शिक्षक की डिस्पैच सेंटर में बिगड़ी तबीयत, इलाज के दौरान मौत
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बढ़ते तापमान की वजह से जिले में लोगों का जीना मुहाल हो गया है बक्सर में गुरुवार को तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस मापा गया. बीते दो दिनों में एक शिक्षक और अर्ध सैनिक बल के जवान समेत दो लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही कई अन्य बीमार हैं जिनका इलाज सदर अस्पताल समेत कई निजी चिकित्सालयों में चल रहा है.
भीषण गर्मी की वजह से बुधवार को मोहन बहादुर क्षेत्री नामक एक अर्ध सैनिक बल के जवान की मौत हो गई. गोरखा बटालियन में कार्यरत जवान नावानगर में फ्लैग मार्च में थे. इसी दौरान उनके सीने में दर्द हुआ उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी. ऐसा माना जा रहा है कि फ्लैग मार्च के दौरान हुई गर्मी से उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया था. चिकित्सकों ने बताया कि मरीज को इंट्राक्रेनियल हेमरेज हो गया है. ऐसा तब होता है जब मरीज को पहले से उच्च रक्तचाप की शिकायत होती है और वह समय पर दवा नहीं ले पाते हैं.
दूसरी घटना शुक्रवार को राजपुर विधानसभा क्षेत्र के बैरी गांव में स्थित डिस्पैच सेंटर में हुई जहां पीठासीन पदाधिकारी के रूप में योगदान दे रहे एक शिक्षक नरेंद्र सिंह की तबीयत बिगड़ी और इलाज के पूर्व उनकी मौत हो गई. मृतक की पहचान प्राथमिक विद्यालय बंहेजी डेरा डुमरांव, वार्ड संख्या - 15 के शिक्षक के रूप में हुई है. दोनों घटनाओं की पुष्टि करते हुए जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने बताया कि मृत्यु शिक्षक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता चल पाएगा.
मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 15-15 लाख :
जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने बताया कि मृतक के परिजनों के साथ जिला प्रशासन की संवेदनाएं हैं. हम दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति की कामना करते हैं. साथ ही साथ नियमानुसार चुनाव आयोग ने निर्देश के आलोक में मृतक के स्वजनों को 15-15 लाख रुपयों का मुआवजा दिया जाएगा.
सदर अस्पताल में भी बढ़ गई मरीजों की संख्या :
भीषण गर्मी के कारण बीमार होने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है सदर अस्पताल में गुरुवार को काफी संख्या में मरीज पहुंचे थे, जिनके इलाज के दौरान चिकित्सक भी काफी परेशान हो जा रहे थे. इमरजेंसी वार्ड के साथ-साथ हीट स्ट्रोक वार्ड में भी उनका इलाज किया गया.
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