मुताबिक सुनील कुमार नामक व्यक्ति ने जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच करने की बात कही थी. इसी आवेदन के आलोक में सुनवाई हुई तथा शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच करने का निर्देश दिया गया.
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- जांच में फर्जी पाया गया था मैट्रिक का सर्टिफिकेट
- जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर हुई कार्रवाई
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : उत्तर प्रदेश से जारी मैट्रिक सर्टिफिकेट के आधार पर बक्सर जिले में नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया जाएगा. इन पर आरोप है कि उन्होंने नियोजन के दौरान जो सर्टिफिकेट जमा कराए हैं वह फर्जी हैं. ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी ने ब्रह्मपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को यह निर्देश दिया है कि तीनों शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई करें. जल्द ही नियोजन इकाई के द्वारा शिक्षकों को सेवा मुक्त किया जाएगा.
इस बाबत मिली जानकारी के मुताबिक सुनील कुमार नामक व्यक्ति ने जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच करने की बात कही थी. इसी आवेदन के आलोक में सुनवाई हुई तथा शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच करने का निर्देश दिया गया.
बाद में कन्या मध्य विद्यालय गायघाट के शिक्षक भरत कुमार यादव, बड़की नैनीजोर मध्य विद्यालय के शिक्षक उमेश प्रसाद एवं चंद्रपुरा मध्य विद्यालय के शिक्षक राम प्रवेश यादव के शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से कराई गई. तीनों शिक्षकों ने अपनी नियुक्ति के समय नियोजन इकाई के समक्ष जो शैक्षणिक प्रमाण पत्र दिया था उसमें यह पाया गया कि तीनों के मैट्रिक के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में गड़बड़ी है और विभाग से प्राप्त रिपोर्ट में भी अंतर है.
यह मामला संज्ञान में आते ही तीनों शिक्षकों को नोटिस दिया गया, लेकिन शिक्षकों ने जवाब नहीं दिया. ऐसे में सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के पश्चात शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है. इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप का माहौल कायम है.
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