कृषि यांत्रिकरण मेले के पहले दिन 596 किसानों को मिला स्वीकृति पत्र ..

बताया कि कृषि यांत्रिकरण मेला का मुख्य उद्देश्य एक स्थान पर प्रमुख कृषि यंत्र का प्रदर्शन कर इसके महत्वों से अवगत कराना है. इस वितीय वर्ष में अनुदानित दर पर दिये जाने वाले 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान देय है. जिसमें खेती की जुताई, बुआई, निकाई-गुडाई, सिंचाई, कटाई, दवनी इत्यादि एवं उद्यान से संबंधित कृषि यंत्र शामिल है.




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- किसानों को अनुदानित दर पर मिल रहे कृषि यंत्र
- डीएम ने पराली जलाने वाले किसानों को दी चेतावनी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल के द्वारा संयुक्त कृषि भवन के प्रागंण में कृषि विभाग के द्वारा दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया. मेले में पहले दिन कृषकों से प्राप्त योग्य आवेदनों में से ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से कुल 596 स्वीकृति पत्र निर्गत हुए


डीएम ने अपने संबोधन में बताया कि उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्वि हेतु कृषि यंत्रों का प्रयोग महत्वपूर्ण है. इस वर्ष बक्सर जिलें में 47 से 48 डिग्री तक सार्वधिक तापमान का आकलन किया गया है. जो आने वाली भावी पीढियों के लिए खतरे की घंटी है. कृषि यांत्रिकीकरण मेला में उपस्थित कृषकों से पराली न जलाने का अनुरोध करते हुए फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित यंत्र यथा हैपी सीडर, सुपर सीडर, स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रॉ बेलर, रीपर, रीपर कम बाईन्डर, रोटरी मल्चर, रोटरी सलेशर, जीरोटिलेट, पैडी स्ट्रॉ चौपर, ब्रश कटर, रिभरसेबुल एम0बी0 प्लाउ, स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम इत्यादि यंत्रों पर 75 प्रतिशत से 80 प्रतिशत अनुदान के बारे में बताया गया. कृषक इन यंत्रों का प्रयोग कर पराली प्रबंधन करें अन्यथा पराली जलाने वाले किसानों पर कडी कार्रवाई भी की जायेगी.

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि यांत्रिकरण मेला का मुख्य उद्देश्य एक स्थान पर प्रमुख कृषि यंत्र का प्रदर्शन कर इसके महत्वों से अवगत कराना है. इस वितीय वर्ष में अनुदानित दर पर दिये जाने वाले 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान देय है. जिसमें खेती की जुताई, बुआई, निकाई-गुडाई, सिंचाई, कटाई, दवनी इत्यादि एवं उद्यान से संबंधित कृषि यंत्र शामिल है.


सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) के द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना अंतर्गत बीस हजार से कम मूल्य के यंत्रों पर एलपीसी की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। बीस हजार से अधिक मूल्य वाले यंत्रों पर एलपीसी अनिवार्य होगा. मैनुअल किट पर चर्चा करते हुए बताया गया कि किसानों के दैनिक प्रयोग में होने वाले यंत्र यथा खुरपी, हसुआ, कुदाल इत्यादि यंत्रों के किट पर अस्सी प्रतिशत अनुदान के साथ दो सौ रूपये में उपलब्ध कराया जा रहा है। वैसे कृषक जो अनुदानित दर पर यंत्र कराना चाहते है वे बेवसाइट https://dbtagriculture.bihar.gov.in (DBT PORTAL) पर पंजीकरण कर सकते है. अनुदानित दर पर कृषि क्रय करने हेतु इच्छुक कृषकों से ऑनलाइन आवेदन कृषि विभाग के बेवसाइट OFMAS (farmech.bih.nic.in) से प्राप्त किया जायेगा.

उदघाटन समारोह में जिला कृषि पदाधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक सह प्रधान, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सभी सहायक निदेशक, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रगतिशील किसान एवं यंत्र विक्रेता सम्मिलित हुए.






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