सुभासपा नेता की मौत के बाद बवाल, शव रखकर किया सड़क जाम ..

दाह-संस्कार किए जाने से पूर्व जिला मुख्यालय स्थित ज्योति प्रकाश चौक पर शव को रखकर प्रदर्शन किया. उन्होंने सड़क जाम कर दिया, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई. इस दौरान उन्होंने जमकर पुलिस और प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की तथा अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भी आक्रोश जताया. 
बाइक खड़ी कर किया सड़क जाम
सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन करते लोग












- 7 अगस्त को अपराधियों ने मार दी थी सुभासपा नेता को गोली
- 13 अगस्त को इलाज के दौरान पटना के रुबन अस्पताल में हुई थी मौत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सुहेलदेव समाज पार्टी के महादलित प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष आजाद पासवान की मौत के बाद उनके स्वजनों तथा समर्थकों ने बक्सर श्मशान घाट में उनका दाह-संस्कार किए जाने से पूर्व जिला मुख्यालय स्थित ज्योति प्रकाश चौक पर शव को रखकर प्रदर्शन किया. उन्होंने सड़क जाम कर दिया, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई. इस दौरान उन्होंने जमकर पुलिस और प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की तथा अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भी आक्रोश जताया. बाद में अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार तथा नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी ने सभी को समझा बुझाकर सड़क जाम खत्म कराया इसके बाद स्वजन शव लेकर चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में चले गए.
सड़क जाम से लोग परेशान

दरअसल, जिले के वासुदेवा ओपी थाना क्षेत्र के परसागंडा में नामजद व्यक्तियों की गोलीबारी में घायल पूर्व नक्सली एवं सुभासपा नेता आजाद पासवान की पटना के रुबन अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. वह 7 अगस्त से ही वह आरा के एक निजी अस्पताल में इलाजरत थे. सोमवार की रात अचानक उनकी हालत अधिक खराब हो गई जिसके बाद उन्हें पटना के रुबन अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई. चिकित्सकों ने यह बताया कि उनके रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ गया था. 

ज्ञात हो कि 7 अगस्त को बाइक सवार अभियुक्तों ने परसागंडा निवासी आजाद पासवान को उस वक्त गोली मार दी थी जब वह अपने घर से निकलकर कहीं जा रहे थे. आजाद पासवान को सीने, जांघ एवं पैर में गोलियां लगी थी. ऑपरेशन कर उन्हें निकाल लिया गया था लेकिन ऑपरेशन के बाद से ही उनका शुगर लेवल बढ़ने लगा.

इस मामले में आजाद पासवान की पत्नी कलावती देवी ने आवेदन दे देकर नामजद व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आरोपियों में परसागंडा निवासी जंगली प्रधान, नीरज प्रधान, सुरेश प्रधान, नवीन प्रधान तथा पतरकोना निवासी सोनू तिवारी एवं लल्लू तिवारी को अभियुक्त बनाया गया था.




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