आइएमए की बैठक में लिंगानुपात पर गंभीर दिखे चिकित्सक, सांसद से की यह मांग ..

बालिका शिशुओं की संख्या में कमी आई है. यह चिंताजनक है. इसके लिए यह आवश्यक है कि गलत तरीके से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों की नियमित जांच की जाए और यह कानून बेहद सख्ती से लागू किया जाए ताकि लिंग जांच किसी भी प्रकार से ना हो सके. 









- जिलाध्यक्ष डॉ रंगनाथ तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई थी बैठक
- सभी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से जोड़ने की भी मांग

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बक्सर शाखा जिलाध्यक्ष डॉक्टर रंगनाथ तिवारी के अस्पताल में स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह के साथ एक बैठक की गई, जिसमें चिकित्सकों से जुड़ी तमाम समस्याओं पर उनसे चर्चा हुई. इस दौरान चिकित्सकों ने यह कहा कि जिस प्रकार से जिले में सेक्स रेश्यो घटा है और बालिका शिशुओं की संख्या में कमी आई है. यह चिंताजनक है. इसके लिए यह आवश्यक है कि गलत तरीके से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों की नियमित जांच की जाए और यह कानून बेहद सख्ती से लागू किया जाए ताकि लिंग जांच किसी भी प्रकार से ना हो सके. 

मौके पर चिकित्सकों ने संसद से कहा कि बक्सर में सभी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से नहीं जोड़ा गया है. यदि सभी को जोड़ दिया जाए तो रोगियों को काफी सहूलियत होगी.  प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिलशाद आलम ने कहा कि इसके लिए एमडी की डिग्री की अनिवार्यता को खत्म कर एमबीबीएस की डिग्री के आधार पर सभी को आयुष्मान योजना से जोड़ा जा सकता है. डॉ राजीव कुमार झा तथा अन्य चिकित्सकों ने अपनी सुरक्षा के साथ-साथ अन्य मांगों पर भी सांसद के साथ चर्चा की.

इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सीएम सिंह, डॉ आशुतोष कुमार सिंह, डॉ वीके सिंह, डॉ शैलेश राय, डॉ अरुण कुमार, डॉ तनवीर फरीदी, डॉ श्वेता पाठक समेत जिले भर से आए चिकित्सक मौजूद रहे.










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