जिस भूभाग से हिन्दू हटा, वह भारत से कटा : विहिप

विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य है कि जो भी हिंदू हैं वह धर्म परिवर्तन ना करें. हिंदू धर्म की व्यापकता है की (बहुजन सुखाय बहुजन हिताय) विश्व के सभी लोग सुखी रहें. आज पड़ोसी देश बांग्लादेश हिंदुओं के अल्पसंख्यक होने पर हिंदुस्तान से कट कर राष्ट्र बना. 









- विश्व हिंदू परिषद ने मनाया अखंड भारत दिवस सह विहिप स्थापना दिवस
- विहिप की स्थापना के उद्देश्यों से अवगत हुए लोग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विश्व हिंदू परिषद द्वारा अखंड भारत दिवस सह विहिप स्थापना दिवस सरस्वती विद्या मंदिर अहिरौली में मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सिद्धनाथ मिश्रा ने की. उन्होंने अपने अध्यक्षीय  संबोधन में कहा कि विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 1964 में भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक माधव राव सदा शिव गोलवलकर द्वारा किया गया. विश्व हिंदू परिषद की स्थापना करने के पीछे उद्देश्य था कि विश्व के हिंदू सुरक्षित रहें. क्योंकि हिंदू जिस स्थान से कट जाते हैं वह भूभाग हिंदुस्तान से अलग हो जाता है. 

विहिप की स्थापना के पीछे कैरेबियन सागर स्थित त्रिनिदाद एवं टोबैगो  देश के एक हिंदू शंभू सिंह कपिल देव रहे. उन्होंने भारत आकर यहां के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु से कहा कि आप हिंदू बहुल देश के प्रधानमंत्री हैं, इसलिए  विश्व के हिंदुओं की रक्षा के लिए कुछ करें, लेकिन नेहरू जी ने कहा कि मैं हिंदुओं के लिए कुछ नहीं कर सकता हूं. वह नागपुर स्थित  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के  मुख्यालय पहुंचे. वहां द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरु जी से मिले. गुरु जी ने 1964 में भाद्रपद अष्टमी के दिन इसकी स्थापना की. 

विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य है कि जो भी हिंदू हैं वह धर्म परिवर्तन ना करें. हिंदू धर्म की व्यापकता है की (बहुजन सुखाय बहुजन हिताय) विश्व के सभी लोग सुखी रहें. आज पड़ोसी देश बांग्लादेश हिंदुओं के अल्पसंख्यक होने पर हिंदुस्तान से कट कर राष्ट्र बना. लेकिन  हम लोग देख रहे हैं कि आज हिंदू वहां पर असुरक्षित हैं. उनको देखने वाला कोई नहीं है. यहां तक की विश्व के कोई भी समुदाय यह बोलने के लिए तैयार नहीं है कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है. उनके घरों को जलाया जा रहा है. उनके व्यवसाय को नष्ट किया जा रहा है. लेकिन हिंदू बहुल देश में ऐसा नहीं होता है. यहां के अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं. यहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हिंदू करते हैं. इसलिए हिंदुओं का बहुसंख्यक रहना जरूरी है. 

कार्यक्रम में विभाग कार्यवाह विमल सिंह, प्रांत सत्संग प्रमुख कन्हैया जी पाठक विद्यालय के प्रधानाचार्य राम जी सिन्हा, नगर अध्यक्ष अरविंद सिंह, रामकृपाल राय ईश्वर दयाल, विनोद उपाध्याय, संजय सिंह, राजेंद्र पांडेय, संतोष ओझा, सत्येंद्र सिंह सत्येंद्र चौबे, कलेंदर त्रिगुण, मदन दूबे, अभिजीत, अनिल, गौरव सिंह सहित विद्यालय के सभी बच्चे उपस्थित थे.










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