यहां से हेलीकॉप्टर की सहायता से लोग नजदीकी हवाई अड्डे तक आ और जा सकेंगे. जिससे कि समय की बचत के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों में भी काफी सहूलियत होगी. जिला पदाधिकारी के निरीक्षण के बाद यह उम्मीद जगी है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरु हो सकेगा.
- हवाई अड्डे की चारदीवारी और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
- बक्सर में हेलीपोर्ट बनाने की बनी थी योजना
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार के बक्सर जिले में प्रस्तावित हेलीपोर्ट के लिए पुराने हवाई अड्डा मैदान का निरीक्षण जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल द्वारा किया गया. वायुयान संगठन निदेशालय से प्राप्त निर्देशों के आलोक में यह निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने पाया कि हवाई अड्डे की चारदीवारी का एक हिस्सा गिरा हुआ है, और अन्य कई स्थानों पर भी संरचनात्मक क्षति देखी गई. इन खामियों को देखते हुए अंचलाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया कि वे शीघ्रता से एक वांछित प्रतिवेदन तैयार करें और अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से जिला प्रशासन को सौंपें.
इसके अलावा, निरीक्षण में यह तथ्य सामने आया कि हवाई अड्डे का प्रवेश द्वार प्रायः खुला रहता है, जिससे अवांछित लोगों की आवाजाही होती रहती है. सुरक्षा व्यवस्था की इस चूक को लेकर विशेष कार्य पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं गृह रक्षा वाहिनी के साथ मिलकर हवाई अड्डे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं.
संकीर्ण पहुँच पथ से अतिक्रमण हटाने और जीर्णोद्धार के निर्देश :
निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने हवाई अड्डे के पहुँच पथ की स्थिति का जायजा लिया. पथ संकीर्ण और अतिक्रमित पाया गया, जिससे आवागमन में कठिनाई हो सकती है. इस पर अंचलाधिकारी बक्सर को कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर से समन्वय स्थापित कर पथ की मापी कराने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए. पथ के जीर्णोद्धार के लिए भी त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई गई.
हेलीकॉप्टर की सहायता से नजदीकी एयरपोर्ट पर पहुंचने की सुविधा :
दरअसल पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चौबे के प्रयास से बक्सर में हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य प्रस्तावित है. यहां से हेलीकॉप्टर की सहायता से लोग नजदीकी हवाई अड्डे तक आ और जा सकेंगे. जिससे कि समय की बचत के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों में भी काफी सहूलियत होगी. जिला पदाधिकारी के निरीक्षण के बाद यह उम्मीद जगी है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरु हो सकेगा.
निरीक्षण के समय भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए, जिसके चलते उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई. इस निरीक्षण में अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्र, अंचलाधिकारी और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
0 Comments