जिला परिवहन पदाधिकारी ने बिना देर किए संबंधित कर्मियों को चेतावनी दी और उन्हें तत्काल चेक पोस्ट पर पदस्थापित कर दिया. इसके साथ ही इन कर्मियों की शिफ्ट्स में बदलाव करते हुए उन्हें 8-8 घंटे की ड्यूटी के लिए निर्धारित किया गया है. यह निर्णय लिया गया ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर नकेल कसी जा सके.
- विधायक के हस्तक्षेप के बाद डीएम ने दिए थे जांच के आदेश
- जिला परिवहन पदाधिकारी ने आरोपी कर्मियों को चेतावनी देते हुए चेक पोस्ट पर किया पदस्थापित
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के गल्ला और स्वर्ण व्यवसायियों से परिवहन विभाग के कर्मियों द्वारा अवैध वसूली का मामला उभरकर सामने आया है. व्यवसायियों ने इस बारे में सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी से मिलकर शिकायत दर्ज करवाई थी। व्यवसायियों की इस गंभीर शिकायत पर विधायक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल को मामले की जांच करने के निर्देश दिए, जिसके बाद संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई शुरू हुई.
यह थी व्यवसायियों की शिकायत:
व्यवसायियों के अनुसार, जब वे पटना से बक्सर की ओर आते हैं या उत्तर प्रदेश से वीर कुंवर सिंह सेतु के रास्ते बिहार की सीमा में प्रवेश करते हैं, तब जिला परिवहन विभाग के कर्मियों द्वारा टोल प्लाजा के पास अथवा परिवजन चेक पोस्ट पर उन्हें अवैध रूप से पैसे देने के लिए मजबूर किया जाता है. व्यवसायियों का कहना है कि यह वसूली का काम देर रात 11 बजे से सुबह 4 बजे के बीच होता है, जब परिवहन विभाग के कर्मी निजी वाहनों में आकर जबरन धन उगाही करते हैं. उनके अनुसार, इस अवैध वसूली के कारण व्यवसायियों को भारी असुविधा हो रही थी, क्योंकि उनके वाहन ओवरलोड न होने के बावजूद उन्हें भुगतान के लिए मजबूर किया जा रहा था.
विधायक ने किया हस्तक्षेप तो सुलझा मामला:
व्यवसायियों की समस्या को सुनते ही सदर विधायक संजय कुमार तिवारी ने तत्काल जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल को सूचित किया और उनसे तुरंत कार्रवाई करने का अनुरोध किया. विधायक तिवारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि व्यवसायियों और क्षेत्रवासियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि वह तत्काल इस मामले में सख्त कदम उठाए."
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने जिला परिवहन पदाधिकारी संजय कुमार को तत्काल जांच के निर्देश दिए. जिला परिवहन पदाधिकारी ने बिना देर किए संबंधित कर्मियों को चेतावनी दी और उन्हें तत्काल चेक पोस्ट पर पदस्थापित कर दिया. इसके साथ ही इन कर्मियों की शिफ्ट्स में बदलाव करते हुए उन्हें 8-8 घंटे की ड्यूटी के लिए निर्धारित किया गया है. यह निर्णय लिया गया ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर नकेल कसी जा सके.
व्यवसायियों ने जताया आभार :
प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई के बाद व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है तथा सदर विधायक का आभार जताया है. उनका कहना है कि विधायक और जिला प्रशासन के सक्रिय प्रयासों के चलते उन्हें अब ऐसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
अधिकारी ने कहा- हुई त्वरित कार्रवाई :
जिला परिवहन पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा, व्यवसायी कई बार अपना ओवरलोड वाहन निकाल कर कई बार सेटिंग कर माल निकालने की कोशिश करते हैं, असफल होने पर आरोप भी लगाते हैं. हालांकि कुछ गड़बड़ियां थी लेकिन जैसे ही हमें अवैध वसूली की सूचना मिली, तुरंत संबंधित कर्मियों को सख्त चेतावनी दी गई और उन्हें परिवहन चेक पोस्ट पर तैनात कर दिया गया है. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे."
बहरहाल इस कार्रवाई ने व्यवसायियों के बीच प्रशासन की सख्ती का संदेश भेजा है. हालांकि, व्यवसायी आशावादी हैं कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी, और प्रशासन की सतर्कता से भविष्य में ऐसी समस्याओं का समाधान किया जाएगा.
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