अमेरिका से प्रवासियों की वापसी पर बक्सर कांग्रेस का विरोध

कहा कि प्रवासी भारतीयों को बेड़ियों में बांधकर भेजा गया, लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर कोई कड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने विदेश मंत्री द्वारा संसद में दिए गए बयान को लोकतंत्र के लिए अपमानजनक बताया और कहा कि सरकार की यह चुप्पी देश की विदेश नीति की कमजोरी को दर्शाती है.

 










                                           


  • प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग के साथ प्रदर्शन
  • विदेश मंत्री के बयान को बताया निंदनीय

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अमेरिका से प्रवासी भारतीयों को कथित रूप से कैदियों की तरह वापस भेजे जाने के विरोध में सोमवार को बक्सर जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदर्शन किया. जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नहर सिंडिकेट के पास विरोध मार्च निकालकर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि भारत सरकार अमेरिका के इस कृत्य पर चुप्पी साधे हुए है, जो शर्मनाक है.

डॉ. पांडेय ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को बेड़ियों में बांधकर भेजा गया, लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर कोई कड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने विदेश मंत्री द्वारा संसद में दिए गए बयान को लोकतंत्र के लिए अपमानजनक बताया और कहा कि सरकार की यह चुप्पी देश की विदेश नीति की कमजोरी को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ढुलमुल नीति से भारत की प्रतिष्ठा को नुकसान हो रहा है.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉ. प्रमोद ओझा ने कहा कि कोलंबिया जैसे छोटे देश ने भी अपने नागरिकों का सम्मान बनाए रखा और अमेरिकी जहाज को उतरने नहीं दिया. इसके बजाय, उन्होंने खुद का जहाज भेजकर अपने नागरिकों को सम्मानपूर्वक वापस बुलाया. लेकिन भारत सरकार ने अमेरिका के सामने घुटने टेक दिए, जो शर्मनाक है.

प्रदर्शन में जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं संजय कुमार दुबे उर्फ पप्पू दुबे, भोला ओझा, रूनी देवी, कुमकुम देवी, बबन सेठ, युवा कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण उपाध्याय, अभय मिश्रा, रोहित उपाध्याय, बबन तुरहा, त्रियोगी नारायण मिश्र, रघुनाथ तिवारी, उपेंद्र कुमार, अजय यादव और अशोक लाल समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.











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