शब-ए-बारात के मौके पर शानदार जलसे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी. इस मौके पर साबित रोहतस्वी ने निजामत करते हुए कहा,"कहते शब्बीर तो पत्थर से उबलता पानी, चीर के धरती के सीने को निकलता पानी."
- दूध पोखरी कब्रिस्तान में हजारों की भीड़
- शब-ए-बारात के मौके पर शानदार जलसे का आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के दूध पोखरी कब्रिस्तान में शब-ए-बारात के मौके पर शानदार जलसे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी. इस मौके पर साबित रोहतासवी ने निजामत करते हुए कहा, "कहते शब्बीर तो पत्थर से उबलता पानी, चीर के धरती के सीने को निकलता पानी." उन्होंने शब-ए-बारात को मग़फिरत और निजात की रात बताया, जिस पर लोगों ने जोरदार नारे लगाए.
कार्यक्रम में साबित खिदमत फाउंडेशन के निदेशक एवं मानवाधिकार के बिहार सचिव डॉ दिलशाद आलम ने नात शरीफ पेश की. उन्होंने कहा, "इसके नबी ने बख्श दी कितनी बलंदियाँ, काबे की छत पर देखो उनका बिलाल है." वहीं, वकार अहमद ने नज्म सुनाकर लोगों में जोश भर दिया. कोलकाता से आए मशहूर शायर मुबारक मंज़र ने भी अपनी शायरी से महफिल लूट ली.
इस दौरान कब्रिस्तान कमेटी के डॉ. खालिद रज़ा, डेंटल सर्जन यासीन मस्तान, आदिल खान, शादाब आलम, डॉक्टर खालिद राजा, सैयद हामिद, मोहम्मद अली, मुर्शीद राजा, चिकित्सा मोहम्मद अजीज, नौशाद अहमद, शाहिद शमीम, यूनिक प्रेस संचालक सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
जलसा देर रात तक चला, जिसमें लोगों ने कब्रिस्तान पर खिराज-ए-अकीदत पेश किया और पूरी रात इबादत में मशगूल रहे. बक्सरवासियों ने इस मौके पर एकता और श्रद्धा की अनूठी मिसाल पेश की.
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