जैसे ही कथा में भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का वर्णन हुआ, श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे. पूरे पंडाल में श्रीराम के जयकारे गूंज उठे और भक्तों ने बधाई गीत गाकर अपनी भक्ति प्रकट की.
- हनुमान चालीसा पाठ से हुआ महोत्सव का शुभारंभ, राम जन्म कथा से मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु
- भगवान राम के जन्म की कथा सुन भक्तों ने गाए बधाई गीत
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : श्री नेहनिधि नारायण सेवा समिति द्वारा आयोजित श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति महोत्सव के 17वें वार्षिकोत्सव का भव्य आगाज हुआ. पहले दिन का शुभारंभ सुबह श्री हनुमान चालीसा के अखंड पाठ और दोपहर में भक्तमाल के सामूहिक पाठ के साथ किया गया. जैसे ही वाराणसी से पधारे संत स्वामी हयग्रीवाचार्य जी महाराज ने भगवान श्रीराम के जन्म की कथा का वर्णन किया, पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा.
संत स्वामी हयग्रीवाचार्य जी महाराज ने विस्तार से भगवान राम के जन्म की कथा सुनाई. उन्होंने बताया कि जब राजा दशरथ को संतान न होने का दुःख हुआ, तो वे अपने कुलगुरु वशिष्ठ के पास गए. गुरु वशिष्ठ के निर्देश पर श्रृंगी ऋषि द्वारा पुत्र कामेष्टि यज्ञ करवाया गया. यज्ञ के दौरान अग्निदेव प्रकट हुए और राजा दशरथ को खीर प्रदान की. राजा ने यह खीर अपनी तीनों रानियों कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा को दी, जिससे भगवान राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ.
जैसे ही कथा में भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का वर्णन हुआ, श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे. पूरे पंडाल में श्रीराम के जयकारे गूंज उठे और भक्तों ने बधाई गीत गाकर अपनी भक्ति प्रकट की.
भक्ति में डूबा माहौल
श्रीराम जन्म की कथा सुनकर भक्त हर्षोल्लास से झूम उठे. पूरा पंडाल भक्तिमय माहौल में डूब गया. भक्तों ने राम भजन गाए और नाचते-गाते अपनी श्रद्धा प्रकट की. इस आयोजन में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में गुरुदेव मामा जी के प्रथम कृपा पात्र शिष्य श्री रामचरित्र दास जी महाराज ने श्री हनुमान चालीसा पाठ से शुरुआत की. भव्य आयोजन को लेकर समिति के पदाधिकारी और श्रद्धालु विशेष रूप से उत्साहित दिखे.
अगले दिनों में होंगे अन्य आयोजन
महोत्सव के अगले दिनों में भी राम कथा, प्रवचन और भजन संध्या का आयोजन होगा. श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होकर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त कर सकेंगे.
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