वीडियो : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : व्यवहार न्यायालय में नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

विद्यार्थियों ने न्यायालय परिसर में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण एवं नशा उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाना था.

जूडो-कराटे की प्रस्तुति देती छात्रा











                                           


  • महिला सशक्तिकरण और नशा मुक्ति पर नुक्कड़ नाटक से दिया संदेश
  • सम्मान समारोह में उत्कृष्ट छात्राओं को किया गया पुरस्कृत

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बक्सर व्यवहार न्यायालय परिसर में विधिक जागरूकता कार्यक्रम-सह-सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पटना के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में जिले की विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. इन छात्राओं ने चित्रकला, नृत्य, वाद-विवाद, खेल और विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर बक्सर जिले का नाम रोशन किया है.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह, जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक सुभम आर्य ने छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया. उनके समर्पण और मेहनत की सराहना करते हुए अतिथियों ने कहा कि समाज में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और उनके उत्थान के बिना संपूर्ण विकास संभव नहीं है.

महिला सशक्तिकरण का महत्व

अपने संबोधन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने कहा, "महिला सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए यह दिवस विशेष महत्व रखता है. भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, ममता और त्याग का प्रतीक माना गया है. यदि महिलाओं को समान अवसर दिए जाएं, तो वे समाज के हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छू सकती हैं."

नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देते बच्चे

माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल के विद्यार्थियों ने दिया समाज सुधार का संदेश

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, बक्सर के विद्यार्थियों ने न्यायालय परिसर में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण एवं नशा उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाना था.

कार्यक्रम में फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश मनोज कुमार, एडीजे प्रथम विजेंद्र कुमार, एडीजे द्वितीय पी. डी. मिश्रा सहित अन्य न्यायिक अधिकारी भी उपस्थित रहे.

नुक्कड़ नाटक: नशा मुक्ति और महिलाओं के अधिकारों पर जागरूकता

माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक ने नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर समाज को जागरूक करने का कार्य किया. विद्यार्थियों ने अपने सशक्त अभिनय और प्रभावशाली संवादों के माध्यम से यह संदेश दिया कि महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए और समाज में नशे की प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा.

छात्रों ने अपने नाटक में दिखाया कि नशा समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है, जिससे युवा पीढ़ी सबसे अधिक प्रभावित हो रही है. नशे की लत से बचने के लिए शिक्षा और जागरूकता सबसे आवश्यक साधन हैं.

भारतीय संस्कृति की झलक: सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां

नुक्कड़ नाटक के अतिरिक्त, विद्यार्थियों ने लोक नृत्य, कविता पाठ एवं समूह गायन जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दीं, जिनमें भारतीय संस्कृति की समृद्धि और महिलाओं की शक्ति को दर्शाया गया. इन प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश दिया.

मुख्य अतिथियों की सराहना

मुख्य अतिथि हर्षित सिंह (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने अपने संबोधन में कहा,
"बच्चों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रम समाज में जागरूकता लाने का एक प्रभावी माध्यम है. महिला सशक्तिकरण और नशा मुक्ति जैसे गंभीर विषयों पर इस प्रकार के प्रयास सराहनीय हैं."

फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश मनोज कुमार ने कहा कि युवाओं की भागीदारी से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है. अन्य न्यायिक अधिकारियों ने भी इस आयोजन की सराहना की और विद्यार्थियों के प्रयासों को प्रोत्साहित किया.

विद्यालय प्रशासन का आभार एवं संकल्प

माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, बक्सर के प्रशासन एवं शिक्षकों ने इस सफल आयोजन के लिए सभी अतिथियों, छात्रों एवं उपस्थित दर्शकों का आभार व्यक्त किया. विद्यालय ने आगे भी ऐसे सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया, जिससे बच्चों में सामाजिक चेतना और नेतृत्व क्षमता का विकास हो.

समाज में जागरूकता का संदेश

यह कार्यक्रम न केवल महिला सशक्तिकरण का संदेश देने में सफल रहा, बल्कि नशा मुक्ति अभियान को भी नई ऊर्जा प्रदान करने में सहायक साबित हुआ. बक्सर जिले की छात्राओं और विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से यह साबित कर दिया कि यदि सही दिशा में प्रयास किए जाएं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है. इस आयोजन ने न्यायालय परिसर में उपस्थित सभी लोगों को जागरूक एवं प्रेरित किया और महिला सशक्तिकरण एवं नशा मुक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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