शनिवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने मनीष से पहचान पूछने के बाद पत्नी के सामने ही उन्हें गोलियों से भून डाला. इस दर्दनाक मंजर को देखकर पत्नी जया देवी गहरे सदमे में चली गई हैं और उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है.
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पत्नी के साथ मनीष(बाएं) तथा मनीष की फ़ाइल फ़ोटो |

- आइबी अधिकारी मनीष रंजन की पत्नी के सामने आतंकियों ने की निर्मम हत्या
- बिछलहरिया गली में पसरा मातम, स्थानीय लोगों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की चपेट में आए इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी मनीष रंजन की शहादत से डुमरांव नगर भी गहरे शोक में डूब गया है. मनीष डुमरांव के चौक रोड स्थित बिछलहरिया गली के निवासी जयशंकर मिश्र के दामाद थे. जैसे ही यह दुखद सूचना उनके ससुराल पहुंची, पूरे मुहल्ले में मातमी सन्नाटा छा गया. परिजन बदहवास हैं और पूरे नगर में शोक की लहर दौड़ गई है.
मूल रूप से रोहतास जिले के अरूही गांव निवासी मनीष रंजन इन दिनों हैदराबाद में आइबी अधिकारी के पद पर तैनात थे. वह अपने परिवार – पत्नी जया देवी और दो बच्चों के साथ एलटीसी के तहत कश्मीर भ्रमण पर गए थे. शनिवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने मनीष से पहचान पूछने के बाद पत्नी के सामने ही उन्हें गोलियों से भून डाला. इस दर्दनाक मंजर को देखकर पत्नी जया देवी गहरे सदमे में चली गई हैं और उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है.
बताया जाता है कि मनीष रांची में भी आइबी की सेवा दे चुके थे. उनके पिता मंगलेश मिश्रा हैं. ससुराल पक्ष सहित पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. डुमरांव स्थित उनके ससुराल में शोकसंतप्त परिजनों को सांत्वना देने वालों की भीड़ लगातार उमड़ रही है. स्थानीय निवासी मनीष मिश्र ने कहा कि मनीष न सिर्फ एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, बल्कि अत्यंत व्यवहारकुशल और शांतिप्रिय व्यक्ति भी थे.
घटना से आक्रोशित लोगों ने केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है. नगरवासियों का कहना है कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जाएं. डुमरांव नगर के लोग शहीद मनीष रंजन की शहादत को सलाम करते हुए उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.
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