न्याय की नींव मजबूत कर रहीं बेटियां : बक्सर कोर्ट में हो रहा विशेष प्रशिक्षण ..

प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सिविल और क्रिमिनल कानून, साक्ष्य अधिनियम, प्रक्रियात्मक कानूनों, केस डायरी की जांच, आदेश लेखन, बहस की प्रक्रिया और फैसलों की भाषा जैसे विविध विषयों पर गहन जानकारी दी जा रही है.










                                           




  • न्यायिक दक्षता और विधिक समझ बढ़ाने के लिए चल रहा प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • बिहार राज्य न्यायिक अकादमी के निर्देश पर हो रहा प्रशिक्षण

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  न्यायिक सेवा में गुणवत्ता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए न्यायिक पदाधिकारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक होता है. इसी क्रम में बक्सर व्यवहार न्यायालय परिसर में चार नव नियुक्त न्यायिक पदाधिकारी प्रशिक्षण ले रही हैं. इन पदाधिकारियों में मिस बबली राज, मिस कृतिका कुमारी, मिस ईशा सुमन, मिस रागनी और मिस अर्चना शामिल हैं. ये सभी अधिकारी बिहार राज्य न्यायिक अकादमी के निर्देशानुसार विधिक ज्ञान और न्यायिक प्रक्रिया से संबंधित विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य इन अधिकारियों को व्यवहारिक और सैद्धांतिक दोनों स्तर पर दक्ष बनाना है ताकि वे अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन कर सकें. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सिविल और क्रिमिनल कानून, साक्ष्य अधिनियम, प्रक्रियात्मक कानूनों, केस डायरी की जांच, आदेश लेखन, बहस की प्रक्रिया और फैसलों की भाषा जैसे विविध विषयों पर गहन जानकारी दी जा रही है.

प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें अदालत के प्रशासनिक कार्यों और न्यायिक जिम्मेदारियों की व्यावहारिक जानकारी दी जा रही है. न्यायालय के वरिष्ठ अधिकारियों और अनुभवी न्यायाधीशों द्वारा इन पदाधिकारियों को कोर्ट की कार्यशैली, संवेदनशील मामलों के निपटारे में अपनाई जाने वाली विधियां और सामाजिक दृष्टिकोण से न्याय प्रदान करने के तरीकों पर मार्गदर्शन दिया जा रहा है.

इन प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारियों का मानना है कि व्यवहारिक प्रशिक्षण उन्हें भविष्य में न्यायिक फैसलों में और अधिक पारदर्शिता व न्यायप्रियता लाने में मदद करेगा. बक्सर व्यवहार न्यायालय में चल रहे इस प्रशिक्षण से न केवल इन अधिकारियों को लाभ मिलेगा, बल्कि यह संपूर्ण न्याय प्रणाली को भी सुदृढ़ बनाएगा.

वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम नए अधिकारियों को कानून की बारीकियों और व्यावहारिक चुनौतियों से अवगत कराते हैं, जिससे वे आम जनता को समय पर न्याय उपलब्ध कराने में सक्षम बनते हैं. यह प्रशिक्षण इन अधिकारियों के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा, जिस पर वे भविष्य में न्यायिक सेवा की साख को और ऊंचाई प्रदान करेंगे.

प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात ये सभी न्यायिक अधिकारी राज्य के विभिन्न जिलों में नियुक्त होकर अपनी सेवाएं देंगी और समाज के प्रति अपने न्यायिक उत्तरदायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करेंगी.










Post a Comment

0 Comments