ट्रैफिक इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज

कहा कि आये दिन वाहन जांच के नाम पर शहर में आम लोगों के साथ गलत व्यवहार होता है, लेकिन लोग डर के कारण चुप रहते हैं. बबलू यादव ने इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर साहसिक कदम उठाया है, जिसे पूरा बक्सर समर्थन देगा. 

पीड़ित युवक के साथ कृष्णा शर्मा









                                           





- महर्षि विश्वामित्र सेना ने दिया समर्थन, एसपी ने जांच प्रक्रिया कराई है शुरु
- पीड़ित मोटर मैकेनिक से मिले संगठन पदाधिकारी, आंदोलन की चेतावनी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर में वाहन जांच के दौरान ट्रैफिक इंस्पेक्टर संजय कुमार द्वारा मोटर मैकेनिक बबलू यादव के साथ किए गए अभद्र व्यवहार के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. घटना को लेकर बक्सर के विभिन्न सामाजिक संगठनों में नाराजगी है. महर्षि विश्वामित्र सेवा के शाहाबाद संयोजक कृष्ण शर्मा ने पीड़ित बबलू यादव से मुलाकात कर उन्हें संगठन का पूरा समर्थन देने की घोषणा की.

कृष्ण शर्मा ने कहा कि आये दिन वाहन जांच के नाम पर शहर में आम लोगों के साथ गलत व्यवहार होता है, लेकिन लोग डर के कारण चुप रहते हैं. बबलू यादव ने इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर साहसिक कदम उठाया है, जिसे पूरा बक्सर समर्थन देगा. उन्होंने कहा कि यदि इस घटना पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो यह बक्सर के हर नागरिक के लिए चिंता का विषय बन जाएगा.

महर्षि विश्वामित्र सेना ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए एसपी से तत्काल कार्रवाई की मांग की है. संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी इंस्पेक्टर पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जिलेभर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा.

उधर, मामले को गंभीरता से लेते हुए बक्सर एसपी शुभम आर्य ने एसडीपीओ धीरज कुमार को जांच का जिम्मा सौंप दिया है. फिलहाल, जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पुलिस प्रशासन पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रहा है. एसपी ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.

पीड़ित युवक बबलू यादव ने कहा कि वह अपनी लड़ाई को अंतिम परिणति तक ले जाएगा. उसे अब सामाजिक संगठनों और आम लोगों का भी समर्थन मिल रहा है. बाजार में हुई घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने भी ट्रैफिक इंस्पेक्टर के व्यवहार को अनुचित बताया है और न्याय की मांग की है.

घटना के बाद से बक्सर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं. आम नागरिकों का कहना है कि नियमों का पालन करवाना जरूरी है, लेकिन उसके नाम पर मारपीट और अभद्रता अनुचित है.









Post a Comment

0 Comments