कहा कि सच्ची स्वतंत्रता का अर्थ है अज्ञानता से मुक्ति. उन्होंने शिक्षा, ईमानदारी, परिश्रम और राष्ट्रीय एकता के माध्यम से देश को गौरवान्वित करने का आह्वान किया.
- देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक से गूंजा विद्यालय परिसर
- मुख्य अतिथियों ने दिया एकता, शिक्षा और स्वतंत्रता का संदेश
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फाउंडेशन स्कूल, बक्सर में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ हुई, जिसके बाद मुख्य अतिथि जी.डी. मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ हायर स्टडीज के प्राचार्य जे.आर. चौधरी ने भावपूर्ण संबोधन दिया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता केवल कैलेंडर की तारीख नहीं, बल्कि यह जीवन के हर पहलू में आत्मसात की जाने वाली अनुभूति है.
विद्यालय के प्राचार्य मनोज त्रिगुण ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि सच्ची स्वतंत्रता का अर्थ है अज्ञानता से मुक्ति. उन्होंने शिक्षा, ईमानदारी, परिश्रम और राष्ट्रीय एकता के माध्यम से देश को गौरवान्वित करने का आह्वान किया.
इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू हुई. कक्षा 3 और 4 के बच्चों ने "तलवारों पे सर वार दिए" गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि "नाम नहीं, जान है भारत" पर नृत्य ने दर्शकों के दिलों में देशभक्ति की लहर दौड़ा दी. कक्षा 3 के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत समूह गान "संदेशे आते हैं" ने सैनिकों और उनके परिवारों की भावनाओं को जीवंत कर दिया.
मधुर बाँसुरी वादन ने समारोह के वातावरण को और आत्मीय बना दिया. कक्षा 6 और 7 के विद्यार्थियों ने "जल ही जीवन है, सोचो तो क्या है" गीत पर जल संरक्षण का संदेश दिया, वहीं कक्षा 8 के छात्रों ने "मेरी जान जाए मेरे वतन के लिए" शीर्षक से भावपूर्ण क़व्वाली प्रस्तुत की. कक्षा 8 की छात्राओं का "आज हाथ दिल पर रख कर" गीत पर नृत्य प्रेरणादायक रहा.
एनसीसी बालिका टीम के अनुशासन और साहस से भरे प्रदर्शन को खूब सराहना मिली. इसके साथ ही परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा की शौर्य गाथा पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया.
कार्यक्रम का समापन डॉ. एस.के. दुबे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. इस आयोजन ने विद्यार्थियों में देशभक्ति की भावना को प्रबल करने के साथ-साथ कला, सहयोग और सामाजिक उत्तरदायित्व की चेतना भी विकसित की.
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