कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाने वाला दिन है. उन्होंने बच्चों को अनुशासन, ईमानदारी और राष्ट्रप्रेम को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी.
- प्राचार्या, निदेशक और अतिथियों ने दिया प्रेरणादायी संदेश
- छात्र-छात्राओं के नृत्य व गीतों ने दर्शकों का मन मोह लिया
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : लोयोला स्कूल, पांडेयपट्टी में 79वां स्वतंत्रता दिवस अत्यंत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया. सुबह से ही विद्यालय का प्रांगण तिरंगे झंडों, गुब्बारों और फूलों से सजा हुआ था. वातावरण देशभक्ति के रंग में रंगा था. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई. विद्यालय के निदेशक चन्द्रकान्त "निराला" ने ध्वजारोहण किया. इस दौरान बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों ने एक स्वर में राष्ट्रगान गाकर अद्भुत माहौल बना दिया. पूरे परिसर में तिरंगे की शान और वतन के लिए समर्पण का भाव स्पष्ट दिखाई दिया.
ध्वजारोहण के पश्चात दीप प्रज्वलन समारोह हुआ, जिसमें विद्यालय की प्राचार्या समीक्षा तिवारी, निदेशक चन्द्रकान्त "निराला" तथा सभी मुख्य अतिथियों ने सहभागिता की. अतिथियों का अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया गया. विद्यालय परिवार ने इस अवसर पर आए सभी विशिष्ट व्यक्तित्वों के प्रति आभार जताया.
मुख्य अतिथियों में प्रख्यात शायर साबित रोहतासवी, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष डॉ. शशांक शेखर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अभिषेक कुमार, रोटरी के जिला अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम, भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष कंचन देवी, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि अरुण कुमार यादव, रेड क्रॉस के सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी, जिला बीस सूत्री सदस्य संजय सिंह, जिला परिषद सदस्य अरविंद प्रताप शाही, नमामि बक्सर के संयोजक राघव कुमार पांडेय, वामन चेतना मंच के मृत्युंजय कुमार, पूर्व मुखिया जयप्रकाश कुमार, बीडीसी प्रतिनिधि पवन कुमार तथा सामाजिक कार्यकर्ता ओमजी यादव मौजूद रहे. उनकी उपस्थिति ने पूरे आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया. निशा, प्रिया और आँचल ने "अच्युतम् केशवम्" पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. वहीं प्ले और नर्सरी कक्षा के नन्हे-मुन्नों ने "चक धूम धूम" गीत पर जोशीले नृत्य से दर्शकों का दिल जीत लिया. उनकी मासूम अदाओं और उत्साह ने सभी को भावविभोर कर दिया. छात्र प्रिंस और अख्तर ने "मुक़ाबला" गीत पर धमाकेदार डांस कर खूब तालियाँ बटोरीं. इसी क्रम में रोहित, अनुष्का, आदित्य और आस्था ने भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित धार्मिक गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को भक्ति और संस्कृति के रंग में रंग दिया.
विद्यालय की प्राचार्या समीक्षा तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाने वाला दिन है. उन्होंने बच्चों को अनुशासन, ईमानदारी और राष्ट्रप्रेम को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी. निदेशक चन्द्रकान्त "निराला" ने कहा कि शिक्षा और संस्कृति किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूँजी होती है. इस प्रकार के आयोजन बच्चों को आत्मविश्वास, संस्कार और देशभक्ति से ओत-प्रोत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
मुख्य अतिथि साबित रोहतासवी ने बच्चों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को कभी नहीं भूलना चाहिए. उनकी कुर्बानियों के कारण ही आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं. उन्होंने बच्चों को कविता और साहित्य की ओर भी प्रेरित किया.
डॉ. शशांक शेखर ने कहा कि सच्चा स्वतंत्रता दिवस तभी होगा जब समाज में समानता, एकता और भाईचारा स्थापित होगा. हमें जाति और धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर देशहित में काम करना चाहिए. डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि नई पीढ़ी को शिक्षा और संस्कार के माध्यम से ही राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने बच्चों को संदेश दिया कि ज्ञान ही वह हथियार है जो उन्हें भविष्य की हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाएगा.
कंचन देवी ने विशेष रूप से छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियाँ हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा साबित कर रही हैं. आज वे शिक्षा, राजनीति और समाज सेवा हर जगह अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि जब बेटियाँ आगे बढ़ेंगी तभी राष्ट्र सही मायने में प्रगति करेगा.
अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और विद्यालय परिवार के प्रयासों की सराहना की.
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की शिक्षिकाएँ – ज्योति, पूजा, अमृत, गुंजन, नंदिनी और रेशमा – ने सक्रिय भूमिका निभाई. विद्यालय परिसर में उपस्थित अभिभावक भी बच्चों की प्रस्तुतियों से गदगद नजर आए.
अंत में राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन हुआ. पूरे आयोजन ने उपस्थित सभी लोगों के हृदय में देशभक्ति की नई ऊर्जा और राष्ट्र निर्माण का संकल्प जगाया.
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