बताया कि कई बार नगर परिषद को लाइट खराब होने की सूचना दी गई, लेकिन अब तक मरम्मत करने कोई नहीं पहुंचा है. उन्होंने बताया कि वार्ड के बिजली पोलों पर लगभग पन्द्रह से बीस स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, शिकायत बार-बार करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती.
- एक महीने से कमलदह पार्क की लाइट ठप, चार दिन पहले मुसाफिरगंज मोड़ की लाइट भी हुई खराब – रात में छाया खौफ का माहौल
- शिकायतों के बावजूद नगर परिषद ने नहीं ली सुध, वार्ड पार्षदों व स्थानीय नागरिकों में तीखी नाराज़गी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : कमलदह पार्क की हाई मास्ट लाइट पिछले एक महीने से बंद पड़ी है, वहीं उससे सटे मुसाफिरगंज मोड़ की हाई मास्ट लाइट भी चार दिन पहले खराब हो गई. दोनों लाइटों के बंद रहने से इलाके में रात होते ही चारों ओर गहरा अंधेरा फैल जाता है और इसी का फायदा उठाकर असामाजिक तत्वों की आवाजाही व गतिविधियाँ बढ़ जाती हैं. रेलवे से शराब तस्करी करने वालों और राहगीरों से छीनतई करने वालों के लिए यह अंधेरा वरदान साबित हो रहा है.
कमलदह पार्क में सुबह चार बजे से ही मुसाफिरगंज, गजाधरगंज और शहर के अन्य मोहल्लों के लोग टहलने पहुंचते थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी रहते थे. लेकिन लगातार अंधेरा रहने के कारण लोगों ने पार्क में बंद कर दिया हैं, जिससे लोगों के बीच भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है.
इस विषय पर वार्ड पार्षद आशा तिवारी ने बताया कि कई बार नगर परिषद को लाइट खराब होने की सूचना दी गई, लेकिन अब तक मरम्मत करने कोई नहीं पहुंचा है. उन्होंने बताया कि वार्ड के बिजली पोलों पर लगभग पन्द्रह से बीस स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, शिकायत बार-बार करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती.
इस मामले में अन्य वार्ड पार्षदों से भी बात की गई तो सभी का यही कहना रहा कि समय पर लाइटों की मरम्मत नहीं की जाती और नगर परिषद पूरी तरह उदासीन बनी हुई है. आम जनमानस में भी इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है. स्थानीय लोगों की मांग है कि सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए दोनों हाई मास्ट लाइटों समेत पूरे वार्ड की लाइटें तुरंत दुरुस्त की जाएं, ताकि रात में अंधेरा खत्म हो और असामाजिक गतिविधियों पर रोक लग सके.
इस जनसमस्या के संदर्भ में नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका.






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