नगर के अधिकांश इलाकों में मिलने लगा भूगर्भ से निकला "अमृत", जून में पूरी होगी योजना ..

बताया कि कई स्थानों पर प्लेटफार्म वगैरह बन रहा है. चार जल मीनार बनकर तैयार हैं. पांचवी जल मीनार चीनी मिल इलाके में बन रही है. जिन इलाकों में जलापूर्ति की जा रही है उनमें लीकेज आदि की शिकायत मिलने पर उसे ठीक भी किया जा रहा है. 
पाइप बिछाने के लिए तोड़ी जा रही सड़क




- चार जल मीनार बनकर तैयार पांचवी का निर्माण युद्धस्तर पर जारी
- लीकेज से लेकर जलापूर्ति की सभी समस्याओं का होगा त्वरित समाधान

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : शहरी जलापूर्ति योजना "अमृत" को पिछले कई वर्षों से धरातल पर उतारने की कोशिश की जा रही है. लेकिन यह योजना अब तक लोगों को लाभान्वित नहीं कर रही है. नगर के विभिन्न वार्डों को इस योजना से आच्छादित किया जाना है, जिसके लिए पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है. जहां कहीं पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है तो वहां काम तेजी से चल रहा है. कुछ इलाकों में टेस्टिंग के नाम पर जलापूर्ति भी शुरु हो गई है. लेकिन अब तक यह योजना पूरी तरह से धरातल पर नहीं उतर सकी. हालांकि, कार्यकारी एजेंसी गनाधिपति कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड तथा वुडको के पदाधिकारियों का यह दावा है कि नगर के अधिकांश मोहल्लों में जलापूर्ति हो रही है. इसी बीच एक बार फिर योजना के पूर्ण होने की तारीखों के बारे में बताया गया है और कहा गया है कि इसे जून 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा.

वुडको के प्रोजेक्ट इंजीनियर विपरेन्द्र कुमार ने बताया है कि जून-2023 तक इस योजना को पूर्ण कर लिए जाने का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर प्लेटफार्म वगैरह बन रहा है. चार जल मीनार बनकर तैयार हैं. पांचवी जल मीनार चीनी मिल इलाके में बन रही है. जिन इलाकों में जलापूर्ति की जा रही है उनमें लीकेज आदि की शिकायत मिलने पर उसे ठीक भी किया जा रहा है. 

अंतिम समय में समाहरणालय रोड में बिछेगी पाइप :

अभियंता ने बताया कि नगर के लगभग सभी इलाकों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा हो गया है. लेकिन समाहरणालय रोड में अभी कार्य नहीं किया जा रहा है. इस रोड में अंतिम समय में कार्य किया जाएगा और उसे एक से दो दिन के अंदर पूरा भी कर लिया जाएगा. क्योंकि यह सड़क अति व्यस्ततम सड़क होने के कारण कई जगहों से टूटी हुई थी. हाल ही में इस सड़क की मरम्मत  कराई गई है. ऐसे इस सड़क में पाइप बिछाते हुए सड़क की मरम्मत भी तुरंत ही कर दी जाएगी.

पांचवे वर्ष में योजना के पूरे होने के आसार :

यहां बता दें कि शहरी जलापूर्ति योजना अमृत के तहत लोगों को 540 फीट गहराई से अमृत समान शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना वर्ष 2018 में शुरु हुई थी. पानी को डबल फिल्टरेशन के बाद विभिन्न वार्डों में आपूर्ति किया जाना है. इस योजना को मार्च 2019 तक पूरा कर ले जाने का लक्ष्य था. लेकिन विभिन्न कारणों से योजना टलती गई. इसी बीच कोरोना संक्रमण काल भी रहा जिसके कारण योजना पूरी नहीं हो सकी. लेकिन अब पूरी रफ्तार के साथ कार्य जारी है.

ट्रायल एंड रन के आधार पर जलापूर्ति शुरु, 24 घंटे में समस्या का समाधान : 

अभियंता ने बताया कि कई इलाकों में अभी ट्रायल एंड रन के हिसाब से वाटर सप्लाई दी जा रही है, जिसमें सुबह 6:00 से 8:30 बजे और शाम 5:00 से 8:00 के बीच में जलापूर्ति हो रही है. इस दौरान कहीं से भी लीकेज अथवा कोई की समस्या सामने आने पर वार्ड के नागरिक संबंधित पानी टंकी के ऑपरेटर से शिकायत करें तो उनकी समस्या 24 घंटे में निष्पादित हो जाएगी. समस्या अगर बड़ी हो तो वह भी तय समयावधि में दूर की जाएगी. उन्होंने बताया कि सेकंड फेज में वाटर सप्लाई शुरू हो गई है. ज़ोन-4 में आने वाले सोहनी पट्टी इलाके के पुराने वार्ड संख्या 20, 21, 22 और 23 में पानी सप्लाई शुरु है. ज़ोन-5 के चीनी मिल इलाके के पुराने वार्ड 10 एवं 34 के इलाकों में आपूर्ति जारी है 11 में भी जल्द ही आपूर्ति शुरु हो जाएगी. जोन-7 के तहत खलासी मोहल्ला जलमीनार से पुराने वार्ड 31, 32, 33, 28 एवं 29 में पानी की आपूर्ति हो रही है. सिविल लाइंस मोहल्ले में भी जल्द ही वाटर सप्लाई शुरू होगी.

पुराने वार्डों में सप्लाई पूरी तरह शुरु होने के बाद विस्तारित क्षेत्र में भी शुरु होगा कार्य :

शहरी जलापूर्ति योजना का यह कार्य नगर के पुराने वार्डों में जब पूरा हो जाएगा उसके बाद नए विस्तारित क्षेत्रों में भी जलापूर्ति का पाइप बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा. फिलहाल विस्तारित इलाकों का सर्वेक्षण करने के बाद अनुमानित खर्च के संदर्भ में रिपोर्ट शहरी आवास एवं विकास विभाग को भेजी जा चुकी है.

इन इलाकों में भी है जरूरत : 

नगर के प्रबुद्ध नागरिक कौशलेंद्र कुमार ओझा बताते हैं कि शहरी जलापूर्ति योजना का हश्र अभी तक यही है कि सार्वजनिक स्थलों यथा रामरेखा घाट, श्मशान घाट, रेलवे स्टेशन, नया बस स्टैंड, कचहरी परिसर, समाहरणालय परिसर निबंधन कार्यालय सदर अस्पताल आदि जगहों पर ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है. इस समस्या पर वुडको के अभियंता ने बताया कि यदि उन्हें संबंधित इलाके के वार्ड पार्षद के द्वारा स्थान उपलब्ध कराया जाएगा तो निश्चय ही वहां भी वाटर सप्लाई दी जाएगी. 


















Post a Comment

0 Comments